मध्य प्रदेश सियासी ड्रामे का कल पटाक्षेप
संपादकीय लेखन सुनील पांडे : वरिष्ठ पत्रकार
देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार 20 मार्च को मध्यप्रदेश विधानसभा का फ्लोरटेस्ट शाम 5:00 बजे के पहले होना निश्चित किया गया है। होली के दिन से चले आ रहे इस सियासी राजनीतिक ड्रामें का कल पटाक्षेप होना लगभग निश्चित है । गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष एवं कमलनाथ द्वारा सरकार बचाने के सभी दांवपेच अपनाये गए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आगे एक ना चली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आज के निर्णय में
बागी विधायकों के लिए कोई दिशा निर्देश नहीं दिया गया है। मध्य प्रदेश विधानसभा के फ्लोर टेस्ट में शामिल होने या ना होने का निर्णय उनके विवेक पर छोड़ दिया गया है ।मध्यप्रदेश विधान सभा अध्यक्ष द्वारा विधायकों की सदस्यता समाप्त करने अथवा उनके त्यागपत्र स्वीकार करने का निर्णय भी उनके स्वविवेक पर छोड़ दिया गया है । अभी तक प्राप्त
आंकड़ों का गुणा भाग देखें तो भाजपा के पास 107 कांग्रेस के पास 92 अन्य 07 रिक्त 08 तथा अन्य 16 सदस्य हैं ।पूर्ण बहुमत का आंकड़ा 104 है, जबकि भाजपा के पास 107 विधायक हैं ।कल होने वाले फ्लोरटेस्ट में यदि बागी विधायकों की सदस्यता समाप्त होती है या उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाता है ,तो दोनों ही परिस्थितियों में कांग्रेस का नुकसान ही दीख रहा है ,और भाजपा फायदे में नजर आ रही है ।यदि कोई चमत्कार ना हो तो कांग्रेस सरकार का जाना लगभग तय है, इसमें कोई संदेह नजर नहीं आ रहा है । पूरी तस्वीर कल शाम 5 बजे के बाद होने वाले फ्लोर टेस्ट के बाद तय हो पाएगी। यहां यह बताना जरूरी है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में फ्लोरटेस्ट में पूर्ण पारदर्शिता .बरतने की बात कही है ,तथा विधानसभा की पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी कराने का सरकार को निर्देश जारी किया है।