Bihar news लोकआस्था के छठ महापर्व के प्रति जन जन की आस्था बनी देश-विदेश में भी बिहार की विशेषता: गरिमा
संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को बुधवार की शाम अर्घ्य देने के साथ पूरे नेमटेम और लोक आस्था के विधि विधान से आरम्भ छठ उपासना के महापर्व का समापन गुरुवार को उद्दीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ हो गया। नगर निगम की निवर्तमान सभापति गरिमा देवी सिकारिया ने ऐतिहासिक चन्द्रावत नदी के संतघाट पर बने मनोरम पूजा पंडाल से सजे घाट से अपनी छठपूजा का आरम्भ की पुनः आध्यात्मिक साधना-उपासना के केंद्र के रूप में प्रख्यात मां कालीधाम मन्दिर परिसर के छठ घाट पर पूजा के बाद व उत्तरीवारी पोखरा छठघाट के भव्य पूजा पंडाल में पूजा अर्चना के बाद चिल्ड्रेन पार्क के छठघाट पर आयोजित भव्य गंगा आरती में मुख्य रूप से शामिल हुईं। इसके उन्होंने अपने पारिवारिक छठघाट पर कोशी पूजन का कार्य किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि लोकआस्था के छठ महापर्व के प्रति जन जन की आस्था देशभर से लेकर विदेशों तक में बिहार की अन्यत्तम विशेषता है। संतघाट, कालीबाग और उत्तरवारी पोखरा, सागर पोखरा, स्टेशन चौक, हरिवाटिका आदि नगर निगम क्षेत्र में पारम्परिक भव्यता के साथ सजे दर्जनों घाटों पर उमड़े हजारों छठ व्रतियों के साथ श्रद्धालुजनों के भारी ‘जन सैलाब’ छठपूजा के प्रति जन जन की आस्था का अन्यत्तम उदाहरण है। नगर निगम की निवर्तमान सभापति ने यह भी कहा कि छठ पूजा आयोजन समितियों के पदाधिकारीगण के साथ एक एक सदस्यजन के सेवा भावना की कोई भी प्रशंसा कम होगी।
इन छठ घाटों की उत्तम साफ सफाई और सुरक्षा-व्यवस्था बनाने जी जान से जुटे नगर निगमकर्मी, हमारे सफाई कर्मचारी भाई बहनों का बहुमूल्य योगदान के लिये मैं हृदय से आभारी हूं। इसके साथ ही प्रत्येक छठ घाट और चौक चौराहों पर जिला प्रशासन का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी के साथ अपने महिला पुरुष जवान बहन-भाईयों के अथक योगदान के लिये भी श्रीमती सिकारिया ने सबका धन्यवाद किया।