Agra News: चंबल नदी से ऊंटों द्वारा हो रहे अवैध बालू खनन का वीडियो वायरल पर पुलिस ने की कार्रवाई
संवाददाता सुशील चंद्रा
बाह: थाना मनसुखपुरा क्षेत्र के करकौली में चंबल नदी का जलस्तर कम होने के कारण इन दिनों मध्य प्रदेश की सीमा में ऊंटों से बालू का अवैध खनन किया जा रहा था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।अवैध बालू को लाद कर खनन कर्ता ऊंटों से मध्य प्रदेश सीमा से चंबल नदी पार कर यूपी की सीमा में खपा रहे थे। खनन कर्ताओं द्वारा दर्जनों ऊंटों से हो रहे अवैध बालू खनन से नेस्टिंग सीजन में घडियाल, मगरमच्छ और कछुओं के अण्डे नष्ट होने का खतरा पैदा हो गया था।
चंबल में संरक्षित विलुप्त प्राय घड़ियाल के अंडे एकांत स्थान पर चंबल की बालू में रखे होते हैं। जिनके नष्ट होने का खतरा खनन से ज्यादा बढ़ जाता है। 2 दिन पूर्व चंबल नदी क्षेत्र से ऊंटों से हो रहे अवैध खनन का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से पुलिस एवं वन विभाग में हडकम्प मच गया। वायरल वीडियो को लेकर थानाध्यक्ष मनसुख पुरा कैलाश चंद्र ने पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचकर जांच की और अवैध खनन करने वाले ऊंटों के मालिक 22 अज्ञात खनन कर्ताओं के खिलाफ वन्यजीव अधिनियम बालू चोरी की धारा 379,27,29,50,51 खनिज विकास अधिनियम 4,21, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान 3,4 के तहत मामला दर्ज कर कार्यवाही की। बुधवार को सुबह पुलिस ने एक दर्जन खनन कर्ताओं को पहचान कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
गिरफ्तार किए गए खनन कर्ताओं में सोनू तौमर पुत्र राजपाल निवासी पलोखरा थाना मंसुखपुरा, मुरारीलाल निषाद पुत्र रामसनेही,होली राम निषाद पुत्र कल्याण सिंह,संजय नाई पुत्र श्री पति,सूरज नाई पुत्र दामोदर,सुभाष उर्फ भोला नाई पुत्र पप्पू,गोरेलाल पुत्र लोकेंद्र निवासी करकौली का पुरा थाना मंसुखपुरा, सुख लाल पुत्र निहाल सिंह,रामस्वरूप पुत्र अमर सिंह, रहीसुद्दीन पुत्र बाजिद खान,शकील खां पुत्र शाहिद खान,सिराजुद्दीन पुत्र बाजिद खान निवासी बड़ापुरा थाना मंसुखपुरा जनपद आगरा हैं।
मध्यप्रदेश की सीमा से नदी पार कर उत्तर प्रदेश गाँवों में खपायी जाती है अवैध बालू:
मंसुखपुरा के करकौली घाट का वायरल हुआ वीडियो में चंबल नदी पार कर मध्य प्रदेश से बालू से लदे श्रंखलाबद्ध ऊंट पर खनन करता अवैध बालू लाकर उत्तर प्रदेश सीमा में लेकर आते हैं और खरीदारों को ऊंची कीमत पर बालू बेची जाती है। नदी का जलस्तर कम होने की बजह से खननकर्ता आसानी से आर पार हो जाते है। खनिज बालू में घडियाल मगरमच्छ और कछुओं के अण्डों के जाने और उनके पैरों से कुचले जाने का खतरा पैदा हो जाता है। वायरल वीडियो की छानबीन में वन विभाग की टीम भी जुट गई थी।वहीं इसी संदर्भ में थानाध्यक्ष मनसुखपुरा कैलाश चंद्र बाबू के मुताबिक पुलिस द्वारा एक दर्जन खनन कर्ताओं को पहचान कर गिरफ्तार किया गया है जिन्हें कार्रवाई कर जेल भेजा जा रहा है। अन्य खनन कर्ताओं की पहचान कर दबिश दी जा रही है।