संवाददाता मनोज कुमार
इटावा: जसवंतनगर में सुबह तड़के क्षेत्र के गांव में एक मालिक व एक नौकर का शव कमरे में पाया गया। जिससे क्षेत्र में होली के दिन सनसनी फैल गई। एसएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुँचकर मौका मुआयाना किया घटना की सही जानकारी की विस्तृत पड़ताल अभी जारी है। थाना कोतवाली जसवंतनगर क्षेत्र के अंतगर्त गांव नगला नरिया में सुबह तड़के उस समय सनसनी फैल गई जब अमलेश कुमार के घर के बाहरी कमरे में उनका 21 वर्षीय बेटा गुर्वेश उर्फ मयंक का शव चारपाई पर चेहरा खून से लथपथ एवं 30 वर्षीय नौकर मुकेश उसी कमरे में छः फीट ऊँची कील की खूंटी से फांसी पर दुप्पटे से बंधा हुआ पाया गया।
घटना की खबर क्षेत्र के आस-पास आग की तरह फैल गई। जिस घर मे घटना घटी थी वहाँ भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह व एसपी सिटी प्रशांत कुमार, सीओ साधुराम, इंस्पेक्टर नवरत्न गौतम भारी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुँचे और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इस दौरान घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम ने काफी देर तक नमूने एकत्रित कर गहनता से जांच पड़ताल की है।
बाद में उपजिलाधिकारी नंदप्रकाश मौर्य ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। मृतक गुर्वेश उर्फ मयंक के पिता अमलेश कुमार ने बताया कि घर मे रहने वाला 30 वर्षीय नौकर मुकेश फ़िरोज़ाबाद का निवासी है। पिछले कुछ साल से वह यहाँ उनके घर रहकर घरेलू काम करता था। कई दिनों से वह अपने पास एक छोटी कुल्हाड़ी रखकर सोता था कुल्हाड़ी के बारे में पूछने पर वह कहता था कि मुझे रात को डर लगता है बीती रात उसी कमरे में अमलेश कुमार का छोटा बेटा 21 वर्षीय गुर्वेश उर्फ मयंक सोया हुआ था। सुबह के समय 5:30 बजे के आस-पास गैलरी की तरफ कमरे की खिड़की खुली थी। सुबह नौकर मुकेश को भैंस को चारा डालने के लिए आवाज दी गई तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। जब अंदर का नज़ारा देखा तो मयंक चारपाई पर पड़ा था जिसके चेहरे पर चोट के निशान थे तथा चेहरा खून से लथपथ था और नौकर मुकेश कमरे में ही दीवार में कील की खूंटी में दुप्पट्टे से फांसी पर लटका हुआ था। कमरे के अंदर से दोनों दरवाजे बंद थे मेन गेट भी अंदर से बंद था मयंक के सिर की ओर कुल्हाड़ी पड़ी हुई थी शोर मचाने पर मुहल्ला पड़ोस के लोग भी आ गए तो देखा कि दोनों मृत पड़े हैं। परिवार के चार लोग मृतक मयंक के माता-पिता और चाचा – चाची घर मे ही मौजूद थे परिजनों ने बताया कि उनकी किसी से भी कोई रंजिश नहीं थी और मयंक उसी रात मथुरा गोवर्धन से लौटा था। एसएसपी डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया मयंक के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया गया है जबकि नौकर मुकेश के गले में दुप्पट्टे का फंदा लगा हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद ही सीन क्लियर हो सकेगा।