संवाददाता सुशील चंद्रा
प्रदेश भर में कार्य कर रही स्वास्थ्यकर्मी महिलाओं (एoएनoएमo) ने क्षेत्रीय विधायिका पक्षालिका सिंह को मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा जिसमें उत्तर प्रदेश की लगभग 16 हजार संविदा एएनएम महिलाओं को पीईटी परीक्षा से मुक्त रखने की माँग की गयी है।ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से निवेदन किया है कि संविदा पर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एएनएम स्वास्थ्यकर्मी महिलाओं को महिला शक्ति के तहत अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पीईटी परीक्षा से मुक्त रखा जाय।
संविदा पर काम करने वाली एएनएम को प्रत्येक वर्ष अनुभव पर 3 अंक के स्थान पर पांच अंक प्रदान किये जाए और उन अंको को साक्षात्कार में जोड़ कर नियमित पदों पर समायोजित किया जाए। जिन संविदा एएनएम की उम्र 45 वर्ष के ऊपर है उनको भी नियमित पदों पर चयन प्रक्रिया साक्षात्कार या परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति दी जाए। वहीं नियमित पदों पर समायोजन होने तक कार्यरत संविदा एएनएम कर्मियों को वेतन के रूप में 25 हजार मासिक वेतन दिया जाए।
सभी संविदा एएनएम की सुरक्षा को देखते हुए उनके गृह जनपद में तत्काल ट्रांसफर किया जाए। इस मौके पर संविदाकर्मी एएनएम कंचन चौहान, नीतू पारासर, सीमा राजपूत, ब्रजलता यादव,आशा शेखर रूबी देवी,अनुजा देवी, सिम्मी।पिंकी,शशि, नितिन, रोशनी,अर्चना भदौरिया, रोशनी, निशा राजपूत आदि लोग उपस्थित रही।