Etawah News: भाजपा के वरिष्ठ नेता मनीष ‘पतरे’ व विनय शाक्य ने भाजपा छोड़ी

संवाददाता महेश कुमार
इटावा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक दलों में आयाराम गया राम की राजनीति तेज हो गई है। वर्ष 2017 के चुनाव से पहले बसपा समेत विभिन्न दलों से भाजपा में शामिल हुए अधिकांश नेता-विधायक अब समाजवादी पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। कल ही स्वामी प्रसाद मौर्य के बीजेपी छोड़ कर सपा में आने के बाद उनके करीबी नेताओ का बीजेपी से त्यागपत्र देने का सिलसिला चल पड़ा है। इसी क्रम में आज जिले के वरिष्ठ बीजेपी नेता मनीष यादव पतरे ने बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने भाजपा की प्रदेश सरकार पर कार्यकाल के दौरान पिछड़ी जाति के नेताओं, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर पिछडे वर्ग के प्रति भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपने साथियों व पार्टी पदाधिकारियों के साथ प्रदेश परिषद के सदस्य पद से और भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता इस्तीफा दे दिया। साथ ही कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जी ही पिछड़े वर्ग के शोषित, पीड़ितों की आवाज हैं और वे हमारे नेता हैं और हम उनके साथ हैं।
इटावा के मूल निवासी व वरिष्ठ भाजपा नेता वने शाक्य ने भी पार्टी से किनारा कर लिया। उनकी बेटी रिया ने अपने पिता के अपहरण की आशंका जताई जबकि पुलिस ने इससे इनकार किया। विधायक शाक्य भी मौर्य के समर्थकों में गिने जाते हैं। वे बसपा के सिंबल पर वर्ष 2012 में विधूना से विधायक भी रह चुके हैं।