Etawah News: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम राजकीय रोड़वेज घोषित करो।

आशीष कुमार
इटावा: वर्ष 1949 में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम राजकीय रोड़वेज कहलाता था, उसके बाद 01 जून 1972 को यह कहकर परिवहन निगम में बदल दिया गया कि निगम में तब्दील होने के बाद भी किसी भी प्रकार का लाभ राज्य सरकार के अन्य सभी विभागों से हेय नहीं होगा। लेकिन उस समय के लोग यह नहीं सोच सके कि आज़ वर्तमान में परिवहन निगम किसी भी दृष्टि से सरकार के साथ कनेक्ट नहीं है और न ही राज्य सरकार के समान कोई भी लाभ प्राप्त होता है। तत्समय जो भी फैसले लिए गए वो आज परिवहन निगम की दुर्दशा बताने के लिए काफी हैं। जिसमें प्रमुख कारण हैं, राज्य सरकार के समान डीए बढ़ाकर नहीं दिया जाता है, समय से भर्तियां नहीं हो रही हैं, मृतक आश्रितों को नियुक्त नहीं किया जा रहा है, प्रत्येक डिपो/ क्षेत्रीय कार्यशालाओं में स्पेयर पार्ट्स टायर आदि की आपूर्ति बाधित हो गई है।
वर्षों से हमारे निगम को निरंतर सेवा देने वाले संविदा कर्मियों को नियमित नहीं किया गया है जिससे उनके भविष्य अंधकार में जा रहा है। निगम में रहकर किसी भी कर्मचारी को सरकार के समान कोई भी लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। आज बात चाहे कोई भी हो, समस्या चाहे कोई भी हो उसका हल एक ही है और वो है परिवहन निगम को पुनः 01 जून 1972 की स्थिति में वापस लाया जाना चाहिए और इसका असर पूरे प्रदेश के सभी कर्मचारियों एवं उनके भविष्य पर पड़ेगा। आज परिवहन निगम को करोड़ों की प्रतिदिन आय हो रही है तो सरकार के साथ रहने में क्या परेशानी है। प्रति क्षेत्र कम से कम एक करोड़ रुपए एडिशनल टैक्स के रुप में परिवहन विभाग को चला जाता है जिससे उनको वेतन मिलता है तो अगर परिवहन निगम और परिवहन विभाग को आपस में मर्ज कर दिया जाय तो और भी बेहतर होगा। सरकार को भी अलग अलग दो विभागों को देखना नहीं होगा और स्टॉफ की कमी भी पूरी हो जायेगी। राजकीय रोड़वेज घोषित करने से सरकार को हर तरह से लाभ होगा, जिस पर विचार किया जा सकता है।
आज वर्तमान में परिवहन निगम के सभी संगठनों में से कुछ संगठन को छोड़कर राजकीय रोड़वेज की बात करते हैं और कुछ नहीं करते हैं, इसीलिए अब परिवहन निगम का प्रत्येक व्यक्ति उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से निवेदन करना चाहता है कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को राजकीय रोड़वेज में परिवर्तित करने पर विचार करें जिससे सरकार और सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद मिल सके। इसी विषय पर विचार विमर्श करने के मुद्दे पर दिनांक 21.08.22 रविवार को अवध डिपो लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सभी साथियों को आमंत्रित किया गया है।