Bihar news बेतिया नगर निगम अंतर्गत चार स्थलों पर बनेगा सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट
02 करोड़ लीटर प्रतिदिन गंदे पानी को करेगा शुद्ध।
शहर का गंदा पानी नदी में नहीं गिरेगा, गंदे पानी को ट्रीटमेंट करके कृषि सहित अन्य कार्यों में किया जायेगा प्रयुक्त।
नदी में पानी की गुणवता में होगा सुधार।
फिजबिलीटी रिर्पोट तैयार कर अग्रतर कार्रवाई हेतु नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा गया।
संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
नगर निगम बेतिया अंतर्गत सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट के अधिष्ठापन हेतु किये जा रहे कार्यों की समीक्षा आज कार्यालय प्रकोष्ठ में जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट के अधिष्ठापन होने के उपरांत शहर का गंदा पानी नदी में नहीं गिरेगा। साथ ही गंदे पानी को ट्रीटमेंट करके कृषि सहित अन्य कार्यों में प्रयुक्त किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि यह कार्य बेहद ही महत्वपूर्ण है। जल्द से जल्द सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट के अधिष्ठापन हेतु विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप संबंधित अधिकारियों को तत्परतापूर्वक कार्य करना होगा। सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट शहर के गंदे पानी को शुद्ध करेगा। सिवेज को नदी में डिस्पोज करने के पूर्व प्रॉपर तरीकेसे ट्रीटमेंट करते नदी में डिस्पोज कराया जायेगा, जिससे जल प्रदूषण न के बराबर होगा। इससे नदी में पानी की गुणवता में सुधार होगा।
समीक्षा के क्रम में एसडीओ, बुडको, विजय कुमार मिश्रा द्वारा बताया गया कि बेतिया नगर निगम अंतर्गत प्रतिदिन 20 मिलियन लीटर सिवेज जेनरेट होता है। इसका 75 प्रतिशत सिवेज बिना किसी ट्रीटमेंट के अंनरी-चुनरी नदी में डिस्पोज होता है तथा 25 प्रतिशत सिवेज चंद्रावत नदी में डिस्पोज होता है। नदी में बिना ट्रीटमेंट के सिवेज डिस्पोज पर्यावरण के अनुकूल नहीं है, इससे जल प्रदूषण फैलने की आशंका हमेशा बनी रहती है।
उन्होंने बताया कि उक्त समस्या से निजात दिलाने के लिए एनएमसीजी (नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा) द्वारा जारी दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इसके तहत बेतिया नगर निगम अंतर्गत चार स्थलों ए0 जी0 मिशन स्कूल के समीप, संतावन दास मठ, भगवती नगर एवं बानूछापर में कुल-20 एमएलडी (मिलियन लीटर्स प्रतिदिन) क्षमता वाले एसटीपी (सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का अधिष्ठापन कराया जाना है।
उन्होंने बताया कि उक्त चारों स्थलों पर एसटीपी का अधिष्ठापन हो जाने के उपरांत प्रतिदिन लगभग 02 करोड़ लीटर्स गंदा पानी को शुद्ध किया जा सकेगा। एसटीपी अधिष्ठापन में लगभग 280 करोड़ रूपये की संभावना है। उन्होंने बताया कि विभागीय निदेश के आलोक में एसटीपी अधिष्ठापन से संबंधित फिजबिलीटी रिर्पोट तैयार कर नगर विकास एवं आवास विभाग को उपलब्ध करा दिया गया है। स्वीकृति मिलने के उपरांत डीपीआर तैयार करते हुए कंस्ट्रक्शन वर्क प्रारंभ किया जायेगा।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, अपर समाहर्ता, नंदकिशोर साह, वरीय उप समाहर्ता, रवि प्रकाश, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, बैद्यनाथ प्रसाद सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे