रिपोर्टर मोहन सिह बेतिया
बेतिया शहर के विभिन्न जगहों पर लोगों को बर्बाद करने वाला खेल ,एक नम्बरीया लॉटरी जुवा धड़ल्ले से कारोबारी अपना कारोबार चला रहे हैं, जहां इस खेल के नशे में कई घर बर्बाद हो चुके हैं, और हो रहे हैं, मगर पुलिस प्रशासन इस मामले में जान कर अनजान बनी हुई है, पुलिस द्वारा इस गैर कानूनी अवैध रूप से खेल खेलवाने वालो पर सख्त से सख्त करवाई करते हुए जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए, ताकि बर्बादी का ये सिलसिला हमेशा के लिए खत्म हो सके। पुलिस द्वारा छापामारी कि जाती है, जहां पुलिस के द्वारा छापेमारी में, लॉटरी कारोबारी या लॉटरी को चलवाने वाला मुख्य अभियुक्त नहीं पकड़ा जाता है, पकड़े जाते हैं तो सिर्फ खेलने वाले लोग, इस एक नम्बरीया लॉटरी जुवा में बड़े-बड़े माफिया रह चुके, कारोबारी कारोबार करते हैं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह खेल बेतिया शहर के कई जगहों पे खेला जा रहा है। जैसे मीना बाजार ,चावल मंडी, कावेरी होटल स्थित, इंदिरा चौक, द्वारदेवी चौक, इल्म राम चौक, बुलाकि सिंह चौक, काली बाग, संत घाट, खिरिया घाट, राजगुरू चौक, पीपल चौक, दुर्गा बाग, नौरंगा, सागर पोखराचौक छावनी चौक एवं शहर के विभिन्न स्थानों पर यह बर्बादी का खेल एक नम्बरीया लॉटरी जुवा चल रहा है।
आखिरकार पुलिस प्रशासन क्यों चुप्पी साधी हुई है, प्रशासन कि चुप्पी पर भी बहुत बड़ा प्रश्न उठता है। बार बार दैनिक समाचार पत्र के जरिये यह संदेश मिलने के बावजूद भी पुलिस प्रशासन के तरफ से कोई करवाई नही कि जा रही, खुलेआम सड़को के किनारे कॉपी कलम एवं मोबाइल लेकर धड़ल्ले से जुवा चलाया जा रहा है। ऐसा लगता है कि पुलिस प्रशासन अपने पॉकेट गर्म करने के चक्कर में इन लोगों पर कोई कारवाई नहीं कर पा रही, पुलिस अधिकारी इस पर कोई नियंत्रण नहीं कर रहे हैं, जिला के पुलिस प्रशासन को एक नंबरिया लॉटरी का अड्डा मालूम रहने के बावजूद भी छापेमारी नहीं की जा रही है, छापेमारी करने के पूर्व उनको जानकारी भी दे दी जाती है, जिससे वे सभी अपने अड्डे से भाग जाते हैं, जिससे पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगता है, पुलिस अगर चाह दे तो सभी अड्डे बंद हो जाएंगे, मगर पुलिस प्रशासन ऐसा नहीं कर रही,