Agra News: पर्यूषण पर्व का आठवां दिन उत्तम त्याग धर्म
संवाद जनवाद टाइम्स न्यूज
जैतपुर: पर्यूषण पर्व के आठवें दिन जैन समुदाय द्वारा नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर जैतपुर कलां में त्याग धर्म पर्व मनाया गया।इस धर्म के अंतर्गत प्राणी भोग विलास का त्याग कर जीवन की वास्तविकता को प्राप्त कर सकता है।प्राणी को अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अपने अंदर के लोभ,मोह,और दोषों का त्याग कर सुपात्रों का आहार करना चाहिए।
जैन समुदाय के पर्यूषण पर्व के आठवें दिन उत्तम त्याग धर्म के दिन आर्यिका विप्राश्री माता जी ने सभी भक्तों को संबोधित करते हुए कहाँ कि उत्तम त्याग धर्म हमे अपनी इच्छाओं और भोग विलास को त्यागने और सुपात्रों का आहार करने की शिक्षा देता है। और त्याग करने से सुख की प्राप्ति होती है और मनुष्य मोक्ष पद को पा लेता है
त्यागधर्म के द्वारा जीवन में भोगों पर अनुशासन स्थापित करना अनिवार्य है। ‘उत्तम त्याग करे जो कोई भोगभूमि सुर शिवसुख होई।‘अर्थात् उत्तम त्याग करने वाले व्यक्ति को मुक्ति सुंदरी स्वयमेव वरण करती है तथा देवता भी उसे नमस्कार करते हैं।
पर्यूषण पर्व के महान अवसर पर मनुष्य दस धर्मों को अपनाकर, उनका पालन करके अपने जीवन का उद्धार करता है तथा अपने आत्म कल्याण का मार्ग प्रशस्त करके अजर अमर पद निर्वाण की प्राप्ति कर सकता है।
शुक्रवार को आठवें दिन अभिषेक एवं शांति धारा का सौभाग्य सनत कुमार जैन और तुषार जैन रावत परिवार को प्राप्त हुआ।