मेरठ न्यूज: विश्व वेटलैंड दिवस मनाया गया।

संवाददाता: मनीष गुप्ता
आज एनवायरमेंट क्लब ने वन विभाग मेरठ के साथ मिलकर “विश्व वेटलैंड दिवस” मनाया। इस मौके पर हस्तिनापुर रेंज में कार्यक्रम के दौरान क्लब ने छात्र छात्राओं को वेटलैंड की आवश्यकता व प्रकृति संरक्षण हेतु जागरूक किया। विश्व वैटलैंड दिवस पर क्लब की टीम ने रुस्तमपुर भीकुंड वैटलैंड का भ्रमण भी किया। वहां विदेशी पक्षियों को देख टीम बहुत प्रफुल्लित हुई। और वन विभाग का धन्यवाद भी किया।
इसकी शुरुआत कैस्पियन सागर के तट पर बसे ईरान के एक छोटे पर्यटन प्रधान शहर रामसर से हुई। इसी शहर में सन् 1971 में एक अंतरराष्ट्रीय संधि के रूप में वेटलैंड समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। आगे चलकर सन् 1997 से 2 फरवरी को विश्व वेटलैंड दिवस मनाया जाने लगा।वेटलैंड्स एक ऐसा स्थान है जहां पौधे और पशु प्रजातियों की घनी विविधता पाई जाती है। और ये जैव विविधता से भी समृद्ध होता हैं। और जो शोधकर्ताओं के अनुमान के अनुसार घटता जा रहा है। ये ऐसे भूमि क्षेत्र हैं जो हमेशा या मौसम में संतृप्त या जलमंगन रहते हैं। वेटलैंड्स कई प्रकार का होता है। तटीय वेटलैंड्स: मैंग्रोव्स, एस्टुरीज, खारे पानी की दलदली भूमि, लैगून आदि। अंतर्देशीय आर्द्रभूमि: दलदली भूमि, झीलों, जलयुक्त दलदली वन भूमि, नदियों, बाढ़ और तालाब। मानव निर्मित वेटलैंड्स: मछली के तालाब, नमक और चावल के धान।