रक्षा बंधन पर बहनों को रोडवेज का तोहफा

महेंद्र बाबू । प्रदेश की योगी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए बहन भाई के पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन पर स्पेशल बसे चलाने का फैसला लिया है। यह बसे 29 जुलाई से पांच अगस्त तक चलेगी। विभाग का मानना है कि सबसे ज्यादा भीड़ त्योहार से एक सप्ताह पहले ही शुरु हो जाती थी, लेकिन इस बार दो दिन पहले बंदी व कोरोना के चलते यात्रियों की संख्या पर कुछ कहा नहीं जा सकता है।
◆ परिवहन विभाग ने लगभग पांच हजार स्पेशल बसे चलाने का फैसला लिया है
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग ने लगभग पांच हजार स्पेशल बसे चलाने का फैसला लिया है।अलावा 70 एसी बसे 565 बसे चलेगी। इन बसों का संचालन कोरोना के मानको के तहत किया जाएगा।
इसी वजह से स्पेशल बसें चलाई जा रही हैं। ये बसें लम्बी दूरी जैसे गोरखपुर, दिल्ली, आगरा, वाराणसी, इलाहाबाद आदि के लिए चलाई जाएंगी। यह स्पेशल बसें लखनऊ के चारों बस अड्डों (आलमबाग, चारबाग, कैसरबाग और अवध) से चलेंगी।
इस समय ट्रेनों का संचाालन काफी कम हो रहा है
परिवहन विभाग इसलिए भी अधिक बसों को चलाने के लिए तैयार है क्योंकि इस समय ट्रेनों का संचाालन काफी कम हो रहा है। पहले रेलवे त्यौहारों पर स्पेशल ट्रेनें चलाता था पर इस बार सबकुछ बदला हुआ है। जिसके कारण अधिकतर लोग रक्षाबंधन पर बसों के सहारे ही अपने गंतत्य तक पहुंच जाएंगे। तैयारी इस बात की है कि बसों में सीटों की क्षमता से अधिक यात्री नहीं बैठाए जाएंगे।
कोई यात्री खड़े होकर बस में सफर करता मिला तो ड्राइवर और कंडक्टर पर कार्यवाई की जाएगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए बसों को सैनिटाइज किया जा रहा है। मंगलवार रात तक बसें स्टेशनों पर पहुंच जाएंगी। यहां यह भी बताना जरूरी है कि रक्षाबंधन के दिन बहनों को कुछ वर्षों से मुफ्त में सफर कराया जाता है। लेकिन इस बार रक्षाबंधन के दिन बसों में बहनों के मुफ्त सफर को लेकर अभी तक ऐसी कोई गाइडलाइंस नहीं आई है।