शराब के ठेका खुलते ही बढ़ने लगी घरेलू हिंसा की घटनाएं

संवाददाता रिषी पाल सिंह : देश मे वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड 19) के चलते लॉक डाउन चल रहा है 3 मई तक देश मे सम्पूर्ण लॉक डाउन चल रहा था लेकिन 4 मई से कुछ क्षेत्रो में छूट प्रदान की गई है उनमें से एक है शराब की दुकाने, 4 मई से शराब की दुकाने खुलने के बाद शराब खरीदने के लिये इस तरह लाइने लगी जैसे अमृत बट रहा हो।
वही शराब पीने के बाद लोग अपने घरों में झगड़ा करने लगे है, कस्बा बसरेहर के बादरीपुर गांव में भी कई जगह घरेलू हिंसा देखने को मिली, शराब की वजह से कई ग्राम पंचायतों में शराब के ठेका खुलते ही शराबियों की लाइन लगी हुई देखी गई शराब में मदहोश शराबी जब शराब पीकर घर पर पहुंचे उनकी महिलाओं ने उन्हें शराब पीने से मना किया तो शराबी पति मारपीट गाली गलौज करने के साथ-साथ मोहल्लों वासियों से झगड़ने लगे बसरेहर थाना क्षेत्र के आसपास के गांव मोहब्बतपुर, किल्ली सुल्तानपुर, बसरेहर, बादरीपूठ, जैसे गांव में शराब की वजह से घरेलू हिंसा रोके नहीं रुक रही है एक तरफ पुलिस लॉक डाउन में व्यस्त है तो दूसरी तरफ शराबियों के उत्पाद से हो रही घरेलू हिंसा उनके लिए सर दर्द बनी हुई है ऐसे में कोई ऐसी घटना घटित ना हो जाए जिससे उत्तर प्रदेश सरकार के सामने नया संकट खड़ा हो जाए जिला कांग्रेस महासचिव रामकुमार सविता ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि जब तक कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते लॉक डाउन बढ़ाया जाए तब तक के लिए शराब के ठेकों पर शराब बिक्री के लिए रोक लगाई जाए क्योंकि इनके परिवार के बच्चे भूख से व्याकुल है और पेट की भूख शांत करने के लिए महिलाएं बच्चों की खातिर शराब के लिए मना ही करती हैं और यह मनाई हिंसा का रूप ले लेती है जिससे महिलाएं काफी व्यथित हैं अतः सरकार शराब के ठेकों पर लॉक डाउन तक पूर्णता प्रतिबंध लगाए जिससे घरेलू हिंसा ना हो।