Bihar news बेतिया राज के जमीन में बसें गरीबों को उजाड़ने पर रोक लगें- माले

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
बेतिया राज की जमीन में तीन दशकों से विभिन्न जगहों के कटाव पिड़ितों और शहरी गरीबों, दलितों, पिछड़ो को जिला प्रशासन द्वारा उजाड़ने के ऐलान के खिलाफ भाकपा माले के बैनर तले सैकड़ों महिलाओं नौजवानों ने जिला अधिकारी के समक्ष प्रदर्शन कर उजाड़ पर तत्काल रोक लगें का मांग किया।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि बेतिया राज की जामीन में तीन दशकों से बसें गरीबों को बेतिया राज प्रशासन द्वारा अंचल प्रशासन के माध्यम से उजाड़ने का आदेश दे रहा है, जबकि नीतीश सरकार खुद भूमिहीनों को 5-5 डी. जमीन देने की घोषणा कहीं भी लागू नहीं हो रहा है, इतना ही नहीं महागठबंधन सरकार ने जातिय और आर्थिक सर्वेक्षण हुआ, जिसमें 94 लाख से अधिक परिवार जो महा गरीबी के जाल में फसे हुए हैं। उस महा गरीबी से बाहर निकलने के लिए सरकार ने कहा कि 2 लाख रुपये दिया जाएगा, मगर आज जदयू- भाजपा की सरकार उक्त किया गया घोषणा को लागू नहीं करना, जनता का ध्यान भटकाने के लिए उल्टा गरीबों का ही घरों पर बुलडोजर चलाने की धमकी दिया जा रहा है। भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य सुनील कुमार राव ने कहा कि बेतिया राज प्रबंधक द्वारा जहां स्वंय का कार्यालय है के इर्द गिर्द बैंकड़ो लोगों को मौखिक और फर्जी कागजात बना बेच दिया गया है। उसपर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।आगे कहा कि बेतिया राज प्रबंधन द्वारा राज की जमीन पर बसे लोगों में भेदभाव के अनुसार उजाड़ का नोटिश भेजता है। जहां दबंग और प्रभावशाली लोग अपना घर, ब्यवसायिक प्रतिष्ठान आदि बना कर कारोबार करते हैं, और उनके पास कोई कागजी आधार भी नही है, पर नोटिश नहीं किया जा रहा है हाल ही में बेतिया हजारी में उतर पूर्व हिस्सों में कॉरपोरेट घरानों से संबद्ध तोदी द्वारा दर्जनों एकड़ जमीन को बाउन्ड्री करा लिया गया है उस पर आज तक कोई भुलडोजर नहीं चला न कोई नोटीस जारी किया गया। आगे कहा कि जिला प्रशासन माननीय उच्च न्यायालय द्वारा वर्ष 2017 (अनुलग्नक संलग्न) में यथास्थिति बनाने रखने के आदेश को भी मखौल उड़ा रहा है।
बेतिया राज की भूमि पर बसें गरीबों बचाओ अभियान समिति के अध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि कारपोरेट घरानों के दबाव में जदयू- भाजपा सरकार ने बेतिया राज कि जमीन पर बसें लोगों को उजाड़ रहीं हैं, जिसको बेतिया राज में बसें लोग समझ चुके हैं। अंत में भाकपा माले का चार सदस्यों सुनील कुमार राव, संजय यादव, अरूण तिवारी, ऊषा देवी का एक टीम तीन मांगों यानि बेतिया राज की जमीन में बसे लोगों को उजाड़ने पर तत्काल रोक लगाया जाय। 2. बिना भेद भाव के बेतिया राज की जमीन में बसे गरीबों का सर्वे कराकर जहां जो बसे है उनका लीज किया जाय और अंग्रेज़ी जमाने की गुलामी का कानून कोर्ट ऑफ वार्ड को समाप्त किया जाय। इनके अलावा जितेंद्र राम, रमाशंकर राम, नन्दकिशोर ठाकुर, बालेश्वर पाड़े, दिलीप कुमार, सुरेन्द्र चौधरी, भाकपा माले जिला नेता फरहान राजा आदि नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया।