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Bihar news गीता दिवस के अवसर पर एक दिवसीय वेब संगोष्ठी का आयोजन

 संवाददाता. मोहन सिंह बेतिया

लंगत सिंह महाविद्यालय मुजफ्फरपुर एवं राजकीय डिग्री महाविद्यालय बगहा बड़गांव के संयुक्त तत्वाधान में आज गीता दिवस के पावन अवसर पर वर्तमान वैश्विक द्वंदात्मक परिदृश्य में गीता का महत्व विषय पर एक दिवसीय वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया मंच संचालन का कार्य राजकीय डिग्री महाविद्यालय बघा की मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ रेखा श्रीवास्तव ने किया कार्यक्रम के प्रारंभ में एमजेके कॉलेज बेतिया की संस्कृत प्रतिष्ठा विषय की द्वितीय वर्ष की छात्रा मिस अंकू कुमारी एवं लंगत सिंह महाविद्यालय के संस्कृत प्रतिष्ठा विषय की प्रथम वर्ष की छात्रा कोमल भारती के द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया फिर स्वागत भाषण का कार्य प्रोफेसर ओमप्रकाश राय माननीय प्रधानाचार्य एलएस कॉलेज ने किया।

 

 

प्रोफेसर राय ने गीता के महत्व पर एकत्रित विद्वत जनों को कोटि सह धन्यवाद देते हुए स्वागत किया और कहा की राजकीय डिग्री महाविद्यालय के सार्थक सहयोग से आज यह कार्यक्रम कार्यक्रम आयोजित हो रहा है उन्होंने महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के डॉक्टर प्रसून दत्त सिंह एवं लाल बहादुर शास्त्री विद्यापीठ नई दिल्ली के व्याकरण विभागाध्यक्ष डॉक्टर दयाल सिंह पनवाड़ का स्वागत करते हुए कहा कि आप विद्वानों के उपस्थिति से आज का यह आयोजन निश्चित रूप से सफल होगा उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं का भी उत्साहवर्धन किया तत्पश्चात एलएस कॉलेज के वरीय प्राध्यापक डॉक्टर शिव दीपक शर्मा ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा की गीता ज्ञान की गंगा है यदि धरती पर प्रवाहित गंगा में स्नान से भौतिक शरीर का शुद्धिकरण होता है तो गीता रूपी ज्ञान गंगा में गोता लगाने से मनुष्य का जीवन सफल शांत एवं सुख में हो जाता है छात्र छात्राओं की ओर से अंकू कुमारी कोमल भारती रंजन कुमार एवं अन्नू कुमारी गीता के विभिन्न श्लोकों के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी डॉ राजीव कुमार ने छात्र-छात्राओं के प्रस्तुति का सम्यक विश्लेषण किया विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ प्रसून दत्त सिंह ने संक्षेप में अपनी बातें रखते हुए बताया की गीता वास्तव में वैश्विक द्वंद ओके समाधान का सार्थक एवं सशक्त समाधान देने में सक्षम है वही मुख्य वक्ता के रूप में डॉक्टर दयाल सिंह पवार ने गीता के विविध आयामों पर विस्तृत चर्चा करते हुए आज के वैश्विक द्वंदात्मक परिदृश्य में गीता की प्रासंगिकता को दोहराया उन्होंने कहा आज से 5140 वर्षों पूर्व जब गीता का सृजन हुआ था तब गीता जितना महत्वपूर्ण और उपयोगी थी ।

 

Bihar news गीता दिवस के अवसर पर एक दिवसीय वेब संगोष्ठी का आयोजनआज भी उसके महत्व में किसी तरह की कोई कमी नहीं हुई अपनी बात रखते हुए लंगत सिंह महाविद्यालय की संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संगीता अग्रवाल ने अत्यंत संक्षेप में गीता सार प्रस्तुत कर इसके महत्व एवं आज के द्वंदात्मक परिदृश्य में इसकी जरूरत को रेखांकित किया कार्यक्रम के अंत में राजकीय डिग्री महाविद्यालय बगहा के प्रधानाचार्य प्रोफेसर रविंद्र कुमार चौधरी ने न केवल आज के शीर्षक की प्रासंगिकता की व्याख्या की बल्कि आज हमारे युवाओं जो मुख्य रूप से राष्ट्र की मुख्यधारा से विचलित हो गए हैं और क्या करें क्या न करें के द्वंद से गिरे हैं के लिए गीता के महत्व को उपयुक्त बताया कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए राजकीय डिग्री महाविद्यालय बघा के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ संदीप कुमार सिंह ने संपूर्ण कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं की प्रस्तुति की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए विद्वानों से बार-बार जुड़ने की मंशा जताई और अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गई

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