Bihar News : ऐतिहासिक बड़ा रमना मैदान का अतिक्रमण

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
नगर के बड़ा रमना मैदान में पूर्व उत्तर कोण पर स्टेडियम से सटे भाग पर युद्ध स्तर पर पक्के का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
जब इस ऐतिहासिक रमना के अस्तित्व को मिटाने को लेकर उपस्थित निर्माण कर्ता शंभू गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि निगम कार्यालय के समीप मेरा एक होटल था जिसे निगम के द्वारा खाली कराया जा रहा है। उसी के क्षतिपूर्ति के लिए नगर आयुक्त, बेतिया निगम के द्वारा उक्त जमीन बंदोबस्त की गई है और ईंट, छड़ और छड़ी से निर्माण कराया जा रहा है। बताते चले जबकि उक्त भूमि बेतिया राज की है और सर्वजनिक खेल मैदान भी है।
ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या ऐतिहासिक रमना में यह निर्माण कराने का आदेश दिया जा सकता है? फुटपाथ पर दुकानदारी करने वालों को जीने खाने की व्यवस्था नहीं दी जाती है, पर निगम कार्यालय के पास अपनी दुकान किराए पर चलाने वाले को अस्थाई लिखकर स्थाई जमीन आवंटित किया जा सकता है। निगम के पास की दुकान शंभू गुप्ता की है जिसपर किराए में होटल चलता था । ऐसे में शंभू गुप्ता को जीविकोपार्जन के लिए दुकान के लिए जमीन बंदोबस्त करने का क्या औचित्य? क्या शंभू गुप्ता स्वयं उस दुकान को करेंगे या किराए पर चलाएंगे?
उक्त जमीन पर मीना बाजार के सब्जी विक्रेताओं को बंदोबस्त होने की बात पिछले कुछ सालों से सुनने में आ रही थी, पर अचानक से यह जमीन कुछ गणमान्यों को क्षतिपूर्ति के नाम पर बंदोबस्त का खेल आखिर किस उद्देश्य से किया जा रहा है?