Bihar News: तिलोजपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र में सुविधा के अभाव में सीएचओ ने खड़े किये हाथ, लोगों को नहीं मिल रही सुविधा

संवाददाता मोहन सिंह
बेतिया: सरकार जहां स्वास्थ्य विभाग मे हर सुविधा उपलब्ध कराने को कृत संकल्पित है।लेकिन स्वास्थ्य विभाग मे सबकुछ धरातल से बाहर है।जो मैनाटांड़ प्रखंड के डमरापुर पंचायत के थरूहट क्षेत्र के सबसे अंतिम छोर पर स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र तिलोजपुर दशा बयां कर रही है। डमरापुर पंचायत के भीरभीरिया,बिरंची बाजार, बिरंची 3 ,दूधौरा,भथुहवां सहित कई गांव के लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए तिलोजपुर में लाखों की लागत से स्वास्थ्य उप केंद्र भवन बनाया गया। जिसमें दो माह पूर्व स्वास्थ्य कर्मी की पदस्थापना भी कर दी गई ।लेकिन अफसोस की बात है कि उप स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं का घोर अभाव है। सुविधाओं के अभाव को लेकर प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य अधिकारी सीएचओ ने वहां काम नहीं करने की लिखित जानकारी स्वास्थ्य प्रबंधन को दिया है। जिसमें बताया है कि उक्त स्वास्थ्य उप केंद्र पर ना ही बिजली की व्यवस्था है ना ही शौचालय,ना ही पेयजल।साथ साथ भवन के आगे पीछे झाड़ियों का अंबार है। ऐसे में वहां काम करना संभव नहीं है।इधर सीएचओ के वहां पर ड्यूटी नहीं देने से लोगों को अन्यत्र जगह बीस किलोमीटर या उससे ज्यादा ही दूरी तय कर मैनाटांड़ या नरकटियागंज जाकर अपना इलाज कराना पड़ता है।या फिर झोलाछाप चिकित्सकों के भरोसे रहना पड़ता है । ग्रामीण हीरालाल पासवान, आशीष कुमार दास ,निताई ,विमल मंडल, विकास कुमार दास,महानंदा दास,निरंजन कुमार ,अब्बास मियां, नवलेश पासवान,साधु यादव आदि ने बताया कि तिलोजपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए दुर्भाग्य की बात है कि सुविधा के अभाव में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य कर्मी काम नहीं करना चाहतें हैं।
मरीजों को पीने के लिए एक अदद चापाकल भी नहीं है ।बिजली व रोगियों की बैठने की व्यवस्था नहीं है। शौचालय है भी तो जिणशिण अवस्था में है ।जिसका उपयोग नहीं किया जा सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां प्रसव कार्य भी नहीं होती है। गर्भवती महिलाओं को 20 किलोमीटर दूर प्रसव के लिए मैंनाटांड या नरकटियागंज जाना होता है । वही हेल्थ मैनेजर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि उक्त स्वास्थ्य उप केंद्र पर सुविधा के बहाली की दिशा में सार्थक पहल की जा रही है। जल्द ही समस्याओं को दूर कर लिया जायेगा।