Bihar news अवैध नर्सिंग होम में एक और भेंट चढ़ी महिला मरीज जन्म देकर मां की हुई मौत और नवजात बच्ची हुई ममता से अनाथ

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
गुरुवार को नगर के फर्जी नर्सिंग होम व क्लिनिक में एक फर्जी डॉक्टर ने एक और गर्भवती महिला की जान ले ली। जिसको लेकर परिजन दिन भर हंगामा करते रहे तथा रो रो कर बिलखते रहें। इस बीच तथाकथित डॉक्टर अपना नेम प्लेट सहित कर्मियों को लेकर भाग खड़ी हुई। वहीं जब काफी हंगामा के बाद करीब 3:00 बजे नगर थाना के एक प्रशिक्षु दारोगा अंकित कुमार द्वारा दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर खानापूर्ति करने में लगी रही।
बैरिया थाना के लौकरिया मुर्गही निवासी सविता देवी 21 वर्ष पति अजय यादव को 14 दिसम्बर की देर शाम नगर के कोतवाली चौक स्थित गोपी भवन में संचालित फर्जी नर्सिंग होम में बच्चा के जन्म हेतु भर्ती कराया गया। जहां कथित डॉक्टर सबाना प्रवीण द्वारा सिजेरियन ऑपरेशन कर लड़की की जन्म कराई गई। लेकिन बच्चा होने के बाद जच्चा याने महिला की स्थिति बिगड़ने लगी और खून का गिरना बंद नहीं हो रहा था। साथ ही परिजनों के अनुसार मुंह और नाक से भी रक्त स्त्राव लगातार हो रहा था।
वहीं कथित डॉक्टर ने घबराकर अपनी ओर से एंबुलेंस करा कर गुरूवार के रात्रि 10 बजे अपने कर्मियों के साथ मोतिहारी भेज दिया। जहां गुरुवार की रात उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और परिजन शव के साथ कोतवाली चौक स्थित फर्जी नर्सिग क्लीनिक में पहुंचे। तथा रोते बिलखते रहे।
लेकिन किसी ने इस मामले की खोज खबर नहीं ली। सूचना मिलने पर जब लगभग 2:00 बजे मीडिया कर्मियों की वहां देखते देखते भीड़ लग गई तब जाकर नगर थाने की नींद खुली। मृतक के परिजनों के अनुसार एक कथित झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा मरीज को इस नर्सिंग होम में लाया गया था। हालांकि इस नर्सिंग होम को देखने के पश्चात यह समझना मुश्किल होगा कि वाकई यह नर्सिंग होम है जहाँ मानव की गंभीर से गंभीर आॅपरेशन बिना किसी खास स्वच्छता और बिना नर्सिंग के मापदंड के पूरा किया जाता है। नर्सिंग होम जहां आॅपरेशन होती है वो और जहाँ वो कथित डाॅक्टर बैठती हैं वो कमरा बंद पाया गया। हंगामा के समय डाॅक्टर और कम्पाउंडर की उपस्थिति नहीं होने की वजह से उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।
बताते चलें कि पूर्व में जब अवैध नर्सिग होम पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी तो सिविल सर्जन डॉ बीरेन्द्र कुमार ने मौखिक रूप से कहा था कि अवैध व फर्जी नर्सिग होम पर कार्यवाही नहीं कर पाता क्योंकि मेरे पास अंगरक्षक व पुलिस बल नहीं होता है। हालांकि पूर्व के प्रतिक्रिया के पश्चात उनके द्वारा एक पत्र द्वारा निर्देश सभी चिकित्सा प्रभारी को दिया गया था जिसमें अवैध और फर्जी नर्सिंग होम व डाक्टरों पर कार्यवाही करें। जिसके लिए जिला के सभी प्रखंड में टीम का गठन भी किया गया। पर उनका निर्देश आज तक हवा हवाई और ठंडे बस्ते में रह गया।
विदित हो कि विगत दिनों समाहरणालय के सभा कक्ष में प्रभारी मंत्री नीतीन नवीन की समीक्षा बैठक में मीडिया कर्मियों ने अवैध नर्सिंग होम तथा फर्जी डाॅक्टरों से संबंधित मामला उठाया था जिसपर प्रभारी मंत्री द्वारा कार्यवाही का भरोसा दिया गया था और वो भी हवा हवाई ही रहा।