अम्बेडकर नगर न्यूज : नौ दिवसीय श्रीराम आयोजन कथा में व्यास श्री मुनिदास जी अयोध्या ने किया राम विवाह का वर्णन
संवाददाता पंकज कुमार
अम्बेडकर नगर जनपद के तहसील आलापुर क्षेत्र में श्री हनुमान वाटिका वनखंडी तपोस्थली,पकड़िया घाट इटौरी खुर्द में चल रही श्री श्री विष्णु महायज्ञ आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के सातवें कथा व्यास श्री मुनिदास जी अयोध्या ने राम विवाह का वर्णन किया।
आपको बता दें कि भावविभोर श्रद्धालु जयकारे लगाने लगे।कथा व्यास श्री मुनिदास जी ने कहा कि राजा जनक के दरबार में भगवान शिव का धनुष रखा हुआ था। एक दिन सीता ने उसे उठाकर दूसरी जगह रख दिया। राजा जनक को आश्चर्य हुआ। उन्होंने प्रतिज्ञा की कि जो इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा, उसी से सीता का विवाह होगा। स्वयंवर की तिथि निर्धारित कर राजा और महाराजाओं को निमंत्रण पत्र भेजा गया। स्वयंवर में अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र श्री रामचंद्र एवं लक्ष्मण अपने गुरु विश्वामित्र के साथ पहुंचे। जब धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाने की बारी आई तो वहां मौजूद किसी भी राजा से प्रत्यंचा तो दूर धनुष को हिला तक नहीं सके। तुलसीदास जी कहते हैं कि राम ने धनुष कब उठाया।कब प्रत्यंचा चढ़ाई और कब खींचा, किसी को पता ही नहीं लगा। राम ने धनुष को बीच से तोड़ दिया। भयंकर ध्वनि सब लोकों में छा गई।कथा व्यास ने कहा कि शिव धनुष तोड़कर भी राम सहज ही रहे। सफलता की चरम सीमा पर भी विनम्र बने रहना सज्जनों का गुण है। इसके बाद धूमधाम से सीता व राम का विवाह हुआ। माता सीता ने जैसे प्रभुराम को वर माला डाली वैसे ही देवता फूलों की वर्षा करने लगे। इस मौके पर महन्त बाबा रामदास महाराज कथा आयोजक मंडलेश्वर,यज्ञाचार्य पं.सुशील ओझा,कर्मयोगी नन्द महाराज,बालकदास महाराज,श्रीकान्त कन्नौजिया जिला पंचायत सदस्य,वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाशचंद्र शुक्ल,गोली पाण्डेय,ऋषि महाराज,उपेंद्र सैनी आदि लोग मौजूद रहे।