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अम्बेडकर नगर न्यूज : घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू, ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं, कई गांवों एवं घरों में घुसा पानी

मांझा कम्हरिया में घाघरा की कटान से मचा त्राहिमाम

संवाददाता पंकज कुमार 

अम्बेडकर नगर जिले के तहसील आलापुर क्षेत्र के पूर्वी छोर पर स्थित गांव बाढ़ प्रभावित इलाकों अराजी देवारा, माझाकम्हरिया, सिद्धनाथ पुरवा आदि गांवों में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है।

Ambedkar Nagar News: Water level of Ghaghra river started rising, problems of villagers increased, water entered many villages and housesआपको बता दें कि जलस्तर बढ़ने के साथ ही ग्रामीणों की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं। प्रसाद कुर्मी का पुरवा में सम्पर्क मार्ग के ऊपर पानी बह रहा है जहां आने- जाने के लिए लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है । आपको बता दें कि अराजी देवारा के प्रसादकुर्मी का पुरवा में उच्च प्राथमिक विद्यालय भी स्थित है। बाढ़ का पानी बढ़ने से लोग बच्चों को स्कूल नहीं भेजते हैं बच्चे लगभग 3 महीने तक स्कूल नहीं जा पाते हैं । बंधे से स्कूल तक जाने वाला रास्ता जो कि माझा कम्हरिया को जोड़ता है अभी तक पुल नहीं बना है।गन्ने एवं धान की फसल डूब गयी है बंधे से गांव तक जाने में लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ता है। बीमार होने की स्थिति में या जरूरी काम या रोजमर्रा का सामान लेने हेतु आने -जाने में काफी दिक्कत होती है बंधे पर मेडिकल कैंप नहीं लगा है।पशुओं के चारे की काफी दिक्कत होती है लोग अपने जानवरों को दूर- दराज के इलाके में चराने के लिए ले जाते हैं। माझा कम्हरिया, एवं सिद्धनाथ पुरवा निषाद बस्ती में कटान जारी है कटान रोकने हेतु प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी के mयादव ने बताया कि हर वर्ष बाढ़ का पानी आता है लेकिन इसका कोई स्थायी निदान नहीं किया जाता है।

Ambedkar Nagar News: Water level of Ghaghra river started rising, problems of villagers increased, water entered many villages and houses

बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में बाढ़ आने से पहले नदियों में जमी गाद साफ की जाये,बंधे से संपर्क मार्ग को जोड़ने के लिए पुल का निर्माण किया जाये, इलाक़े में रैन बसेरे का निर्माण एवं दवा इलाज हेतु अस्पताल की व्यवस्था, सामूहिक भोजनालय, सामूहिक शौचालय का निर्माण किया जाये तो लोगों को सहूलियत मिलने लगेगी।
ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव में वोट मांगने वाले नेताओं को जनता की समस्याएं नज़र नहीं आतीं।

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जनवाद टाइम्स