Bihar News: जेष्ट पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है-मौनी बाबा।

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
सोनपुर/सोनपुर-सनातन धर्म मे जेष्ट पूर्णिमा पर्व का एक विशिष्ट स्थान है।इस दु विधि विधान के सिथ संगम स्थान यि किसी भी सरोवर मे स्नान करने के पश्चात मंदिर मे भगवान के समक्ष जा कर पूजा अर्चनि करने पर सभी मनोकामना पूरी होती कहै।तथा वंछित फल की प्राप्ति होती है।इस तिथि को विशेष महत्व सनातन धर्म मे दिया गया है।गुरुवार के दिन पहलेजाघाट स्थित दक्षिण वाहिनी गंगा नदी व नारायणी नदी मे श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाकर विभिन्न मठ मंदिरों मे पूजा अर्चना किया।इस पावन पर्व की जानकारी देते हूए हरिहर नाथ मंदिर स्थित लोक सेवा आश्रम मे व्यवस्थापक सह उदासीन संप्रदाय के प्रातीय अध्यक्ष संत विष्णु दास उदासीन उर्फ मौनी बाबा ने बताया कि जेष्ट पूर्णिमा को लेकर नारायणी घाटों पर काफी श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान को लेकर काफी भीड़ उभर पड़ी।लेकिन लाँकडाउन के कारण मठ मंदिरों का पट द्बारा बंद रहने के कारण भक्तों ने स्नान उपरांत मंदिर के समक्ष उपस्थित होकर बाहर से ही भगवान के नमन करते हूए पूजा अर्चना की।
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