मेरठ न्यूज: पुलिस कस्टडी से फरार 25,000/- का इनामी अभियुक्त तंमचा व कारतूस के साथ गिरफ्तार।

संवाददाता: मनीष गुप्ता
जनपद बुलंदशहर थाना अरनिया पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 74/12 धारा 302 में आजीवन कारावास की सजा काट रहा अभियुक्त आदित्य चौहान पुत्र कैलाश चौहान निवासी ग्राम हलपुरा थाना अरनिया जिला बुलंदशहर जिला कारागार बुलंदशहर से इलाज हेतु मेडिकल कॉलिज मेरठ में नवम्बर 2015 में पुलिस कस्टडी मे भर्ती हुआ था जो मौका देखकर फरार हो गया था जिसके सम्बन्ध मे थाना मेडिकल जनपद मेरठ में मुकदमा अपराध संख्या 681/15 धारा 223,224 पंजीकृत हुआ था, जिसमे डी0सी0आर0बी0 जनपद मेरठ द्वारा 17 सितंबर को 25000 /- रुपये का इनाम घोषित कराया गया था । अभियुक्त 25,000-/ रुपये का पुरस्कार घोषित अपराधी है, जिसको आज 26 अगस्त को मुखबिर की सूचना पर हर्रा मोड से एक देशी तमंचा 315 बोर व दो जिन्दा कारतूस 315 बोर के साथ गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त के विरुद्ध थाना सरूरपुर पर मुकदमा अपराध संख्या 289/21 धारा 3/25 आयुध अधिनियम पंजीकृत किया गया तथा अभियुक्त की गिरफ्तारी की सूचना आवश्यक कार्यवाही हेतु थाना मेडिकल जनपद मेरठ को दे दी गयी है । अभियुक्त को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। अभियुक्त से पूछताछ का विवरण आदित्य चौहान पुत्र कैलाश चौहान निवासी ग्राम हलपुरा थाना अरनिया जिला बुलंदशहर ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2012 में मेरी पत्नी जलकर मर गयी थी जिसमें थाना अरनिया पर मेरे खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 74/12 धारा 302 लिखा गया था जिसमें मैं जेल गया था तथा 28 अक्टूबर को उस मुकदमें में मुझे आजीवन कारावास की सजा हो गयी थी । नवम्बर 2015 में मै बुलंदशहर जेल से इलाज हेतु मेडिकल कॉलिज मेरठ में पुलिस कस्टडी मे भर्ती हुआ था । जहाँ से मै मौका पाकर फरार हो गया था । मेरे कूल्हे का आपरेशन हो चुका है, मेरे कुल्हे मे रोड पडी है जिसके कारण मुझे चलने मे परेशानी होती है । मै काफी दिनों से अपने आप को पुलिस के डर से इधर-उधर छिपा हुआ था । आज मैं बरनावा क्षेत्र में बने डेरा सच्चा आश्रम में जा रहा था । यह तमंचा मैने अपनी सुरक्षा की दृष्टि से काफी दिन से रख रखा है । अब जब आपने मुझे पकड ही लिया तो जो सही बात है आपको बता दी। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम पता आदित्य चौहान पुत्र कैलाश चौहान निवासी ग्राम हलपुरा थाना अरनिया जिला बुलंदशहर उम्र करीब 38 वर्ष। बरामदगी एक तमंचा 315 बोर, दो जिन्दा कारतूस 315 बोर।