संभल न्यूज़:भारत रत्न मालवीय एवं अटल जी का सदैव कृतज्ञ रहेगा राष्ट्र – डॉ. मूलचंद दालभ

संवाददाता भूपेंद्र सिंह
संभल:हिंदू जागृति मंच के द्वारा भारत रत्न मदन मोहन मालवीय एवं अटल बिहारी बाजपेई की जयंती पर उनके कृत कार्यों को याद कर धूमधाम से जयंती समारोह मनाया गया।
नगर के श्याम विहार कॉलोनी में स्थित श्याम शरण शर्मा के निवास पर हिंदू जागृति मंच ने विचार गोष्ठी आयोजित की जिसमें डॉक्टर मूलचंद दालभ, अजय गुप्ता सर्राफ, अरुण कुमार अग्रवाल, सुबोध कुमार गुप्ता, विष्णु कुमार ने पंडित मदन मोहन मालवीय तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। विकास कुमार वर्मा, शलभ रस्तोगी, शशि शंकर लाठे, सुभाष चंद्र शर्मा ने माल्यार्पण करके दोनों विभूतियों को श्रद्धा से नमन किया।
इस अवसर पर संगठन के उपाध्यक्ष विष्णु कुमार ने राष्ट्र भक्ति गीत सुना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तो सुभाष चंद्र शर्मा ने पंडित मदन मोहन मालवीय जी के ऊपर उनके जीवन वृत्त को रेखांकित करते हुए कविता पाठ किया। अतुल कुमार शर्मा ने अटल बिहारी वाजपेई के जीवन वृत्त को स्वरचित कविता के माध्यम से बखान किया। श्याम शरण शर्मा ने कहा कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय जी ने शिक्षा जगत में जो मिसाल कायम की है उसका विश्व पटल पर कोई मुकाबला नहीं है। ऐसे ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में जीवन यापन करने वाले तथा देशवासियों को भारत माता की संतान मानकर भारतीय और भारतीयता का सम्मान और प्रेम करते हुए ।
प्रधानमंत्री जैसे उच्च दायित्व का निर्वहन करने वाले अटल बिहारी बाजपेई ने अपने देश भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र घोषित कर अनेक ऐसे कार्य किए जो मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। अरविंद शंकर शुक्ला ने दोनों महापुरुषों को आदर्श शिक्षक, कुशल राजनेता, हिंदी- हिंदू- हिंदुस्तान के पोषक, भारत माता के सच्चे सपूत बता कर उन्हें उनकी जयंती पर नमन किया अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉक्टर मूलचंद दालभ ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के कृत कार्यों से संपूर्ण देश कृतज्ञ है। भारत सरकार ने इन दोनों महापुरुषों को भारत रत्न सम्मान प्रदान कर समूचे राष्ट्र की कृतज्ञता ज्ञापित की है। उन्होंने मालवीय जी एवं वाजपेई जी से जुड़े हुए अनेक रोचक, गंभीर एवं शिक्षाप्रद प्रसंग सुनाकर विचार गोष्ठी की सार्थकता सिद्ध की। कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के गायन से हुआ तथा समापन शांति पाठ के सामूहिक उच्चारण के साथ हुआ। इस अवसर पर अरुण कुमार अग्रवाल, अजय गुप्ता सर्राफ, विकास कुमार वर्मा, शलभ रस्तोगी, शशि शंकर लाठे, अजय कुमार शर्मा, कमल कांत तिवारी, सुभाष चंद्र शर्मा, अतुल कुमार शर्मा आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर मूलचंद दालभ ने की तथा संचालन सुबोध कुमार गुप्ता ने किया।