Prayagraj News :हमारा संकल्प, अग्निदुर्घटना मुक्त समाज

रिपोर्ट विजय कुमार
ग्रामीण क्षेत्र में आग से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव हेतु आमजन करें ये उपाय-
1-बिस्तर पर लेटकर धूम्रपान नही करें।
2-हुक्का पीने के पश्चात चिलम की आग को पूर्ण रूप से बुझा दें।
3-जलती हुई बीडी सिगरेट के टुकड़ों को पैर से कुचलकर पूर्ण रूप से बुझा दें।
4-खलिहान, तालाब या अन्य पानी के स्रोत के निकट लगाइए।
5-खलिहान के पास पानी के भरे घड़े व मिट्टी के ढेर तैयार रखिए।
6-खलिहान व फूस के मकान रेलवे लाइन से कम से कम 100 फीट की दूरी पर बनाना/ढेर लगाना
चाहिए।
7-फसलों के पास बीड़ी सिगरेट का प्रयोग न किया जाय, बगीचे आदि की पत्तियों को जलाया न
जाय। तेज हवा चलने के कारण आग खेत में पहुॅच सकती है।
8- बच्चों की पहुॅच से माचिस दूर रखा जाय।
9- ग्रामीण इलाकों में लकड़ी से खाना बनाने बाद आग को पानी से पूर्ण रूपेण बुझा दिया जाय।
10-आपके फसल के पास यदि ट्राॅन्सफार्मर हो या डबल पोल या फ्यूज सेट हो तो कम से कम 05
मीटर चारो तरफ काटकर अच्छे से सफाई कर लें जिससे आग लगने की सम्भवना कम हो जाती
है।
11-अगर आपके खेत के उपर हाईटेन्शन तार गये हों और ढीलें हों तो नजदीकीय विद्युत विभाग
कार्यालय से सम्पर्क करके विद्युत तारों को टाइट करा लें।
12- ग्रमीण क्षे़त्र में तालाबों आदि में पानी की व्यवस्था रखी जाय जिससे फायर ब्र्रिगेड के वाहन को
पानी की कमी न हो, आग लगगने की सूचना नजदीकी फायर स्टेशन , पुलिस थाना पुलिस चैकी,
डायल 112 पर सही पता रास्ते की सूचनाओं के साथ नोट करायें, जिससे कम से कम समय में
फायर ब्रिगेड की गाड़ी घटना स्थल पर पहुॅच सके।
13-जलती हुई लालटेन व कुप्पी में मिट्टी का तेल न डालिए, चिराग व कुप्पियों को इस्तेमान के
पश्चात पूर्ण रूप से बुझा दीजिए।
14 रसोई घर की छत टिन से बनाइये, यदि फूस की बनाये तो उसके अन्दर की ओर मिट्टी का लेप
कीजिए।
15- गर्मी के दिनों में गाॅव के सूखे तालाब को ट्यूवेल या नहर के पानी से भर दें ताकि आग लग
जाये तो उस समय काम दे।
16- आग लगने पर फायर ब्रिगेड आग लगने पर फायर ब्रिगेड को टेलीफोन करके तुरन्त बुलाएं, इनकी
सेवाएं हर समय निःशुल्क है। अपने क्षेत्र के
निकटतम फायर स्टेशन/थाना/पुलिस चैकी या डायल 112 का टेलीफोन नं0 याद रखिये जिससे
आग लगने पर सूचना दी जा सके।