लखनऊ: रोजगार महाकुंभ 2025 में इंडस्ट्री-स्किल इकोसिस्टम सत्र, युवाओं को भविष्य की तकनीक में मिलेगा प्रशिक्षण
कौशल विकास मिशन निदेशक पुलकित खरे ने कहा – युवाओं को स्किलिंग, री-स्किलिंग और अप-स्किलिंग से स्थानीय व भविष्य के उद्योगों में रोजगार के अवसर मिलेंगे

रिपोर्ट विजय कुमार
रोजगार महाकुंभ 2025 के दूसरे दिन आईजीपी, गोमती नगर, लखनऊ में आयोजित उद्घाटन सत्र “इंडस्ट्री नीड्स बनाम स्किल इकोसिस्टम – ब्रिजिंग द गैप” में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन निदेशक पुलकित खरे ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल के निर्देशानुसार पहली बार प्रदेश के सभी जनपदों में उपलब्ध शीर्ष 5 औद्योगिक इकाइयों को इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग पार्टनर बनाया जा रहा है।
इस कदम का उद्देश्य युवाओं को स्थानीय रोजगार की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित कर उन्हें अपने ही जिले में रोजगार उपलब्ध कराना है।
मिशन निदेशक ने बताया कि कौशल विकास मिशन निरंतर प्रयास कर रहा है कि प्रदेश का हर युवा रोजगार से जुड़ सके। इसके लिए सबको हुनर, सबको काम के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्किलिंग, री-स्किलिंग और अप-स्किलिंग के माध्यम से न केवल परंपरागत उद्योगों की आवश्यकता को पूरा किया जा रहा है बल्कि भविष्य की तकनीकी मांगों को ध्यान में रखते हुए भी प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने इन्वेस्ट यूपी के साथ मिलकर भविष्य की औद्योगिक परियोजनाओं का विश्लेषण किया है। इन परियोजनाओं के अनुरूप फ्यूचरिस्टिक जॉब रोल्स की पहचान की गई है और उसी के आधार पर कौशल प्रशिक्षण हेतु लक्ष्य निर्धारण किया गया है। इस पहल से यह सुनिश्चित होगा कि प्रदेश के युवा नई औद्योगिक परियोजनाओं के आने के साथ ही प्रशिक्षित एवं तैयार हों।
सत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि युवाओं को न्यू एज टेक्नोलॉजीज जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑटोमेशन, डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे वे भविष्य के उद्योगों में रोजगार पाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए पूरी तरह तैयार होंगे।