कानपुर पुलिस हत्याकांड: अपराधी विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार

कानपुर पुलिस हत्याकांड: अपराधी विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार
मनोज कुमार राजौरिया । उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले हफ्ते में आठ पुलिसकर्मियों को घेरकर बेरहमी से हत्या करने के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार कर लिया गया है. कानपुर के चौबेपुर में घटना को अंजाम देकर फरार विकास पहले दिल्ली-एनसीआर पहुंचा, लेकिन पुलिस की जबरदस्त दबिश के बाद वह मध्यप्रदेश के उज्जैन पहुंचा, जहां उसे एमपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह वह 9 बजे महाकाल मंदिर परिसर पहुंचा, वहां प्रसाद की एक दुकान पर पहुंचा. दुकानदार को शक हुआ. उसने मंदिर सिक्योरिटी को बताया. जब पूजा करके वो बाहर निकला तो सिक्योरिटी वाले उसे लेकर आये. आईडी दिखाने को कहा जो किसी और के नाम से बनी थी. जब सिक्योरिटी ने ज्यादा पूछा तो वो मारपीट करने लगा. थाने लेकर आये तो उसने कबूल कर लिया.
गैंगस्टर विकास दूबे के साथी ने पूछताछ में बताया- पुलिसवालों के कत्ल के बाद कानपुर से कैसे भागकर दिल्ली-NCR पहुंचा। हालांकि, उसकी गिरफ्तारी कैसे हुई इसको लेकर मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से कोई भी पुख्ता जानकारी नहीं दी गई है. लेकिन उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी गई है.

◆ गैंगस्टर विकास दुबे के दो साथियों को पुलिस ने मार गिराया, पुलिस के चंगुल से भागने की फिराक में थे.
आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को मंगलवार को दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल में देखा गया था. लेकिन जब पुलिस वहां छापा मारने पहुंची तो वह वहां से निकल चुका था. कुख्यात अपराधी को पकड़ने में लगी स्पेशल टास्क फोर्स ने कंफर्म किया कि फरीदाबाद में जो शख्स सीसीटीवी में दिख रहा है वो विकास दुबे था. इसके बाद गुरुग्राम में भी हाइअलर्ट जारी कर दिया गया.
वहां से गैंगस्टर विकास दुबे मध्य प्रदेश की तरफ भाग निकला. उज्जैन में गुरुवार को सुबह 9 बजे महाकाल मंदिर परिसर पहुंचा, वहां प्रसाद की एक दुकान पर एक दुकानदार को शक हुआ. उसने मंदिर सिक्योरिटी को बताया. जब पूजा करके वो बाहर निकला तो सिक्योरिटी वाले उसे लेकर आये. आईडी दिखाने को कहा जो किसी और के नाम से बनी थी. जब सिक्योरिटी ने ज्यादा पूछा तो वो मारपीट करने लगे. थाने लेकर आये तो उसने कबूल कर लिया.
◆ वहीं गुरुवार की सुबह पुलिस ने दो एनकाउंटर किए हैं- एक कानपुर में और दूसरा इटावा में. इसमें विकास दुबे के दो साथियों को ढेर कर दिया गया है. कानपुर पुलिस ने बताया है कि इस एनकाउंटर में दूबे के सहयोगी प्रभात मिश्रा की मौत हुई है, उसे अभी बुधवार को ही फरीदाबाद में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ला रही थी, जिस दौरान उसने पुलिस पर हमला करके भागने की कोशिश कर रहा था, जिस दौरान मुठभेड़ में उसको पैर में गोली लगी थी.
पुलिस ने बताया कि प्रभात मिश्रा को कानपुर लाने के दौरान पुलिस की गाड़ी का टायर पंक्चर हो गया था, जिसे वो ठीक करने में लगे हुए थे, इसी दौरान आरोपी ने एक पुलिस वाले से रिवॉल्वर छीन ली और पुलिस पर कई राउंड फायरिंग की. जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई.