Bihar News: श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ का दुतीय दिन अग्नि प्रज्वलित कर यज्ञ का हूआ शुभारंभ।

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
सोनपुर-हरिहरनाथ के पावन भूमि पर श्रीगजेन्द्रमोक्ष देवस्थानम मे चल रहे श्रीब्रह्मोत्सव महायज्ञ के दूसरे दिन मंगलवार को पँचाँग पूजन मणडप प्रवेश एवं अग्नि मंथन के द्बारा श्री अग्नि नारायण भगवान प्रकट हूए।इसके साथ ही भारी संख्या मे श्रद्धालुओं ने यज्ञ मणडप की परिक्रमा की उसके बाद मात्र पाँच मिनट मे निराकार अग्नि धर्षण के द्बारा यज्ञमणडप मे भक्तों के बीच प्रकट हूए।इस अवसर पर समस्त श्रद्धालुओं को संम्बोधित करते हूए स्वामी लक्ष्मणाचार्यजी ने कहा कि 24/2को श्री वैष्णव एवं बैदिक सम्मेलन होगा25/2को भव्य श्री रथ यात्रा होते हूए हाजीपुर तक जाएगी।26/02भव्य महाभिषेक एवं रात्रि मे विवाह महोत्सव जब कि 27/02को महा पूर्णाहुति एवं भणडारा का आयोजन होगा।वही उन्होंने यह भी अग्नि चार प्रकार की है।एक बडबागिन दूसरा जठराग्नि, तीसरा योगाण्नि चौथा स्मशाग्नि यज्ञाग्नि।यज्ञाग्नि समुद्र मे होता है।उससे भी प्रकट होता है।पेट मे जठराग्नि भोजन पकाने का काम करता है।योगाग्नि योग के द्बारा प्रकट होता है।और पाँचवी स्मशान अग्नि जो चित मे होता है।अग्नि कल्याण कारी एवं विनाश कारी भी है।जो भक्त अग्नि को नारायण रूप मे पुजते है उनके लिए कल्याणकारी है।इस अवसर पर धर्ममँच का पूजन हूआ।एवं डा,निर्मल शास्त्री पुज्य कुशेश्वर चौधरी श्री जनार्दन दीक्षित व्यास पुज्य श्री बिष्णु चित महाराज झारखंड पीठाधीश्वरजी महाराज के द्बारा दिव्य प्रवचन भी हूआ। निर्मला तिवारी एवं ज्योतिषाचार्य नन्दकिशोर तिवारी, आचार्य राजीव झा,विनोद तिवारी, आचार्य चंन्द्र कान्त झा आदि विद्बान उपस्थित थे।
फोटो संलग्न




