Etawah News : प्रशासन को सौंपा 11 कुंतल खाद्यान और राहत की चेक

महेन्दह बाबू : इटावा में कोरोना वायरस की वैश्विक माहमारी के लिए समाजसेवियों ने लॉकडाउन के दौरान भूख-प्यास से परेशान जरूरतमन्दों के लिए 11 कुन्तल खाद्यान व 11 हजार रूपये की चैक एसडीएम इंद्रजीत सिंह को सौंपी।
तहसील परिसर में पहुँचकर समाजसेवी प्रशान्त शाक्य, पुत्तन तिवारी, छुट्टन शाक्य, पंकज तिवारी ने 5 कुन्तल आटा तहसीलदार गजराज सिंह यादव व समाजसेवी विपिन बिहारी दुबे, उमाशंकर तिवारी, अशोक तिवारी, सुबोध दीक्षित, दीपक तिवारी न असहायजनों को वितरण के लिए 5 कुन्तल आटा, 1 कुन्तल चावल, 25 किलो दाल, हैंडवॉश व सैनिटाइजर सहित 11 हजार की चेक एसडीएम इन्द्रजीत सिंह को सौंपी।
छूट के नाम पर सड़कों पर बढ़ी बेवजह लोगों की आवाजाही
सोमवार से सरकारी कार्यालय और कुछ आवश्यक सेवायों को सशर्त खोलने की छूट का असर गलत रूप में सड़कों पर नजर आ रहा है। ऐसे में बाज़रो में जगह-जगह भीड़ नज़र आ रही है । बीते दो दिनों में ही हालात खराब हो रहे है। सुबह शहर में कही भी निकल पर न तो पुलिस नजर आती है और न ही लॉक डाउन का असर दिखायीं देता है। लोग इस कदर सड़को पर निकल रहे है मानो कुछ हुआ ही नही। और तो और 2 पहिया व चार पहिया वाहनों की आवाजाही भी तेज हो गई है तेज रफ्तार से फर्राटा भरते हैं वहां से हादसों को दावत दे रहे हैं बल्कि एक जगह से दूसरी जगह की दूरी को कम कर के संक्रमण फैलाने की आशंका को भी तेजी से बढ़ा रहे है। रोक के बावजूद दुकानदार सुबह 6 बजे से ही दुकान खोल रहे है। डीएम जेबी सिंह ने सुबह 8 बजे निर्धारित समय से पहले दुकान खोलने वालों पर कार्यवाही के आदेश दिए थे। जिसके बाद कुछ दिनों तक तो पुलिस ने सक्रियता दिखा कर दुकानों को बंद करा दिया। जिसके चलते दुकानदारों ने दुकानें नही खोली लेकिन ज्यादातर दुकानदारों पर कोई फर्क नही पड़ा। ये दुकानदार इतने शातिर है कि दूर से ही पुलिस और प्रशासन की गाड़ियों पर नज़र रखते है जैसे ही गाड़िया दिखी दुकान का शटर बन्द कर देते है और गाड़िया जाते ही फिर खोल लेते है। लोग बड़ी संख्या में छूट के दौरान सड़को पर निकल रहे है। जबकि जिले में 2 कोरोना पॉजिटीव पाए जाने के बाद लोगो को ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है लेकिन लोग लापरवाही कर रहे है। सब्ज़ी और फल के ठेले वाले भी जगह जगह झुंड लगाकर बेचते नज़र आ रहे है। जैसे ही ये ठेले वाले पुलिस कर्मियों को देखते है ठेले लेकर भागने लगते है और पुलिस के जाते ही फिर खड़े हो जाते है।