Etawah News : महिलाओं ने 5000 पौधें की नर्सरी लगाकर, बेमौसम सब्जी उत्पादन कार्यक्रम का किया उद्घाटन

महिलाओं ने 5000 पौधें की नर्सरी लगाकर, बेमौसम सब्जी उत्पादन कार्यक्रम का किया उद्घाटन
मनोज कुमार राजौरिया इटावा : उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बेमौसम सब्जी उत्पादन हेतु नर्सरी विकास कार्य का शुभारम्भ किया गया। समूह की महिलाएं कम जमीन में, वैज्ञानिक विधि से सब्जी उत्पादन करके, जीविकोपार्जन करेंगी।
डॉ. राजा गणपति आर. मुख्य विकास अधिकारी द्वारा इसका शुभारंभ विकासखंड बसरेहर के नावली में किया गया। मौके पर उन्होंने महिलाओं को हर संभव तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान करने की बात कही। खाद्यान उत्पादन में आत्मनिर्भर होने के साथ ही अब संतुलित पोषण की आवश्यकता को महत्व दिया जाने लगा है। उन्नत तकनीक द्वारा उत्पादन बढ़ाने की अपार संभावनाएँ हैं। अन्य फसलों की तुलना में बेमौसम सब्जियों की खेती से प्रति इकाई क्षेत्रफल अधिक आमदनी प्राप्त होती है। जो मौसमी सब्जी से तीन गुणा बढ़ जाती है।
बृज मोहन अम्बेड उपायुक्त स्वरोजगार ने बताया कि इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा, दूसरी ओर स्वास्थ्य वर्धक उत्पाद समाज और परिवार को मिल सकेगा। भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में जहाँ शाकाहार को महत्व दिया जाता है, सब्जियों का महत्व और भी बढ़ जाता है। कुल जनसँख्या के आधार पर संतुलित पोषण की दृष्टि से सब्जियों का उत्पादन अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
जिला मिशन प्रबन्धक (आजीविका) दीपेंद्र सिंह तोमर मौके पर नावली सब्जी उत्पादक समूह की महिलाएं मौजूद रही। इसमें पांच सदस्य हैं। आज फूल गोभी, पत्तागोभी, करैला और शिमला मिर्च सहित कुल 5000 पौधें की नर्सरी लगाया गया। उन्होंने बताया कि सब्जी उत्पादन में लगे किसानों को लाभ तो बहुत मिलता है किन्तु भण्डारण की समस्या सहित फसलों में लगने वाले रोग व कीटों के बाबत पर्याप्त जानकारी न होने की वजह से किसान अपने लाभ को गवां देता है। ऐसे में बेमौसम खेती महिला किसानों के लिएअन्य फसलों से तीन गुणा लाभदायक है।
नन्दकिशोर साह, जिला मिशन प्रबन्धक ने बताया कि अर्थपरक खेती में शुमार बैगन, पत्ता गोभी, भिण्डी, आलू, टमाटर, लौकी, प्याज, लहसुन आदि सब्जियों की खेती करने वाले किसानों की फसलों को कीटों से बचा दिया जाय तो उनकी स्थिति काफी बेहतर हो सकती है। साथ ही लाभ का प्रतिशत भी बढ़ सकता है। मौके पर सहायक विकास अधिकारी अवधेश यादव, बीएमएम मनीष कुमार सिंह, मोना देवी सहित उत्पादक समूह की महिलाएं मौजूद रही।