Etawah News: नवनियुक्त शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

संवाददाता महेश कुमार
इटावा: शिक्षक को सहज, सरल और अपने दायित्व के प्रति जागरुक होना चाहिए। जो शिक्षक अपने विषय का मर्मज्ञ होता है उसको कभी निराशा का सामना नहीं करना पड़ता। इसके साथ ही व्यवहार और बातचीत का संयमित तरीका शिक्षकों का आभूषण होता है। यह बात जिला विद्यालय निरीक्षक राजू राणा ने कही। नवनियुक्त शिक्षकों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए उन्होने कहाकि इस दायित्व से जुड़ते समय हमें सामाजिक मर्यादा का पग पग पर ध्यान रखना चाहिए।
इस्लामियां इंटर कालेज में आयोजित प्रशिक्षण में श्री राणा ने कहा कि प्रभावशाली शिक्षण सतत अध्ययन से ही संभव है। उन्होंने नई शिक्षा नीति को रेखांकित करते हुए कहा कि कंप्यूटर का व्यावहारिक ज्ञान सभी को अर्जित करना चाहिए। केवल छात्र ही नहीं अविभावक और आसपास के परिवेश पर भी शिक्षकों की शैली का प्रभाव पड़ता है।
इससे पूर्व इस्लामिया इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य गुफरान अहमद ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि नई पीढ़ी के प्रशिक्षण में इस्लामिया कालेज का चयन हमारा सौभाग्य है। एडीआईओएस डा. मुकेश यादव ने विभागीय संरचना तथा विद्यालय के बुनियादी ढांचे से सम्बंधित उपयोगी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यालय की वास्तविक बुनियाद सुयोग्य शिक्षक और जिज्ञासु विद्यार्थी होते हैं। जीआईसी के प्रधानाचार्य पूरन सिंह पाल ने कहा कि कक्षा प्रबंधन शिक्षक कि सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है और ये तब संभव है जब शिक्षक द्वारा प्रभावी शिक्षण किया जाए।
सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य महेश चंद तिवारी ने शिक्षण पद्धितियों के सिद्धांत और व्यवहार विषय पर जानकारी दी। राजकीय विद्यालय कि प्रधानाचार्य नीता कटारिया ने कहा कि शिक्षक को अपने विद्यार्थी अविभावक और प्रधानाचार्य के साथ संबंधों में सदैव सामंजस्य रखना चाहिए। संचालन इस्लामियां के हिन्दी प्रवक्ता डा. कुश चतुर्वेदी ने किया। सनातन धर्म इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य संजय शर्मा, श्रीचित्रगुप्त इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य डा. उमेश यादव, राजकीय शिक्षकों के पटल सहायक संजीव सक्सेना मौजूद रहे।