Etawah News: सैफई मेडीकल कॉलेज की ओपीडी में स्लीप क्लिनिक का उद्घाटन

संवाददाता रिषीपाल सिंह
इटावा सैफई मेडीकल विश्वविद्यालय सैफई के ओपीडी ब्लाॅक में अब नींद से सम्बन्धित बीमारियों के इलाज के लिए स्लीप क्लीनिक की स्थापना की जा चुकी है। स्लीप क्लीनिक का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डा0 रमाकान्त यादव ने किया। इस अवसर पर संयोजक कोविड-19 एवं नाॅन कोविड अस्पताल डा0 एसपी सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार, स्लीप लैब की प्रभारी अधिकारी डा0 अनामिका सिंह, अपर चिकित्सा अधीक्षक डा0 राहुल मिश्रा, विभागाध्यक्ष फिजियोलाॅजी डा0 एस के सन्त, डा0 नरेश पाल सिंह, डा0 अमित कान्त सिंह समेत अन्य उपस्थित रहे। इस अवसर पर नींद सम्बन्धी समस्याओं पर एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन भी किया गया जिसमें नींद संबधी विकारों के प्रबंधन एवं निदान पर विस्तार से चर्चा की गयी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने कहा कि वर्तमान में नींद से सम्बन्धी बीमारियों से एक बड़ी संख्या में लोग ग्रसित हो रहे है। जिसका मुख्य कारण देर रात तक मोबाइल, लैपटाॅप, एवं कम्पयूटर जैसे इलेक्टाॅनिक उपकरणों का प्रयोग करना है। उन्होंने बताया कि रात को नींद न आना इनसोमनिया कहलाता है। वर्तमान में 50 प्रतिशत जनसंख्या इनसोमनिया से ग्रसित है। नींद पूरी न होने से शरीर एवं दिमाग को आराम नहीं मिलता है जिसके कारण आगे चलकर दिल की बीमारी जिसमें हार्ट अटैक, कैंसर, उच्च रक्तचाप, साॅस की बीमारी, डायबिटिज, पाचन सम्बन्धी बीमारियाॅ, यादाश्त कमजोर होना, वजन बढ़ना, स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियाॅ होने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने नींद सम्बन्धी समस्याओं को गंभीरता से लेने तथा समय समय पर जाॅच कराने की सलाह भी दी। उन्होंने बताया कि स्लीप क्लिनिक सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को ओपीडी के कमरा नं0 20 में चलेगा। वर्तमान समय में लगभग एक तिहाई लोग किसी न किसी कारण से नींद से सम्बन्धित रोगों से ग्रसित है। विश्वविद्यालय के स्लीप लैब में स्लीप इनसोमनिया, नारकोसेप्सी, हाइपरसोमानिया, स्लीप एप्निया, रेस्टलेसली सिन्ड्रोम आदि की भी जाॅच की जा रही है।
स्लीप लैबोरेटरी की प्रभारी अधिकारी डा0 अनामिका सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में स्लीप क्लीनिक की शुरूआत होने से अब नींद से सम्बन्धित बीमारियों के इलाज में मदद मिलेगी। स्लीप क्लीनिक में मरीजों से नींद से सम्बन्धित बीमारियों के बारे में पूछताछ कर जरूरत के हिसाब से स्लीप लैब में नींद की बीमारियों की जाॅच की जायेगी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के ट्रामा एवं इमर्जेंसी सेन्टर के प्रथम तल पर नींद की बीमारियों की जाॅच हेतु पहले से ही स्लीप लैबोरेटरी की स्थापना की जा चुकी है जो रविवार को छोड़कर सप्ताह में प्रत्येक दिन चलता है।