CORONA CURFEW: यूपी में कोरोना कर्फ़्यू 31 मई तक बढ़ा, राहत पैकज की घोषणा

जनवाद ब्यूरो
उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। इसे देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार द्वारा लागू किया गया कोरोना कर्फ्यू असरदार साबित हो रहा है। अब कोरोना महामारी से पूरी तरह जंग जीतने के लिए योगी सरकार ने ये कर्फ्यू 31 मई सुबह 7.00 बजे तक बढ़ा दिया है, पहले सोमवार यानी 24 मई सुबह 7 बजे तक पाबंदी लगाई गई थी, लेकिन अब इसे सोमवार 31 मई सुबह 7 बजे तक लागू करने का फैसला किया गया है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा अब कम होने लगा, सरकार ने सभी जिला प्रशासन को गांवों में वैक्सीनेशन और सैनिटाइजेशन को तेज करने का निर्देश दिया है। लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं, दवा की दुकान समेत ई-कॉमर्स आपूर्ति को चालू रखा जाएगा.
ब्लैक फंगस का बढ़ रहा कहर
कोरोना वायरस से लड़ रहे उत्तर प्रदेश में अब ब्लैक फंगस के केस बढ़ने लगे हैं। कानपुर, लखनऊ, मथुरा समेत कई जिलों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आए हैं। यूपी में अब तक ब्लैक फंगस से चार से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है। बढ़ रहे मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
3 महीने तक मिलेगा मुफ्त राशन
कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों में गरीबों और जरूरतमन्दों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी श्रेणी के राशनकार्ड धारकों को 03 माह के लिए प्रति यूनिट 03 किलो गेहूं तथा 02 किलो चावल निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. इस प्रकार, प्रति यूनिट 05 किलो निःशुल्क खाद्यान्न जरूरतमन्दों को मिलेगा। इससे प्रदेश की लगभग 15 करोड़ जनसंख्या लाभान्वित होगी.
दैनिक रुप से काम करने वालों को मिलेंगे 1 हजार रुपये
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को हर सम्भव राहत और मदद उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है. उन्होंने शहरी क्षेत्रों में दैनिक रूप से कार्य कर अपना जीविकोपार्जन करने वाले ठेला, खोमचा, रेहड़ी, खोखा आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा/ई-रिक्शा चालक, पल्लेदार सहित नाविकों, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि जैसे परम्परागत कामगारों को एक माह के लिए 1,000 रुपये का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किए जाने के निर्देश दिए. इससे लगभग 01 करोड़ गरीबों को राहत मिलेगी.