Breaking Newsबिहार: बेतिया

Bihar. Newsआंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 3 के बच्चों को कई वर्षों से नहीं मिल रहा पोशाक राशि

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया

पश्चिम चम्पारण के आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थिति व परिस्थिति यूं तो छिपी नहीं है। कहीं व्यवस्था की दंश झेलता है तो कहीं व्यवस्था के बाद भी झेलता है। ऐसे में बेतिया नगर निगम के वार्ड नंबर 28 के बानुछापर में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 03 की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि बच्चों से लेकर सेविका व सहायिका तक को भी केन्द्र से भागना पड़ जाता है। इसका कारण यह केन्द्र के सटे पूरब श्मशानघाट का होना और उसमें शवों के जलने के बाद उठने वाले धुंआ हैं। जिससे पूरा केन्द्र धुंआ से भर जाता है। जिससे बच्चों को बिमारी होने का खतरा बना रहता है।Bihar. Newsआंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 3 के बच्चों को कई वर्षों से नहीं मिल रहा पोशाक राशि

केन्द्र में छोटे छोटे बच्चों के होने के बावजूद पानी के लिए ना चापाकल और सुरक्षा के लिए चारदीवारी थी। जिसको लेकर होली मिशन स्कूल, देवनगर के प्राचार्य अरूण कुमार श्रीवास्तव के द्वारा लगभग 18000 रुपया अपने निजी कोष से लगाकर केन्द्र की घेराबंदी बांस से और चापाकल की व्यवस्था कराई गई ।जिसके बाद बर्तन और केन्द्र की साफ सफाई हो पा रही है। जबकि अभी भी खाना बनाने की पानी और पीने की पानी केन्द्र से लगभग 150 मीटर की दूरी पर स्थित एक मंदिर से आज भी ढोने को मजबूर हैं। वहीं बच्चों के पोषाहार बनाने के लिए इंडेन गैस का कनेक्शन भी होली मिशन विधालय के प्राचार्य ने अपने नाम से लेकर केंद्र को दिया है, जिससे समय से पोषाहार बन जाता है।

केन्द्र में लगभग 35 बच्चों की संख्या है जो कि साफ सूथरे कपड़े तो पहने हुए हैं पर उनको पिछले कई वर्षों से पोशाक राशि उनके खातों में नहीं आ रहा है। हालांकि केन्द्र की सेविका नीलिमा देवी बड़े शालीनता से इस केन्द्र का संचालन कर रही हैं।Bihar. Newsआंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 3 के बच्चों को कई वर्षों से नहीं मिल रहा पोशाक राशि

केन्द्र की सेविका नीलिमा देवी ने बताया कि बच्चों का पोशाक राशि विभाग से नहीं आ रहा है। बरसात के समय केन्द्र से पानी टपकता रहता है। खिड़कियाँ टूटी हुई हैं। जो कमी थी वो स्थानीय सहयोग लेकर किया गया है पर सबसे बड़ी समस्या वपरेशानी केन्द्र के सटे हुए श्मशानघाट है, जहाँ शव जब जलना शुरू होता है तो उसके धुओं से केन्द्र में रहना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में मजबूरी में कभी कभी बंद करना पड़ता है। सरकार की सभी योजनाओं का शत प्रतिशत पालन किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं की गोद भराई भी नियमाकुल की जा रही है।Bihar. Newsआंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 3 के बच्चों को कई वर्षों से नहीं मिल रहा पोशाक राशि

आपको बताते चले कि वार्ड 28, बानुछापर के आंगनबाड़ी केन्द्र बढ़ई टोला में संख्या 3 के पूरब सटे एक मुक्तिनाथ धाम (श्मशानघाट) है और पश्चिम में सटे बानुछापर ओपी थाना है। वहीं सामने उत्तर एक पोखरा और पोखरा के पश्चिम एक मंदिर है। श्मशानघाट के कारण आने जाने वाले मार्ग में शव के कपड़े इधर उधर फेंके रहते हैं। जिससे वहां रहने और आने जाने वाले सभी लोगों को परेशानी होती है।

Related Articles

Back to top button
जनवाद टाइम्स