Bihar News : वैशाली जिला के रानीपोखर बाजार मे गाय और भैस का बाजार काफी मशहूर माना जाता है

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
हाजीपुर वैशाली/हाजीपुर महुआ रोड मे रानीपोखर बाजार स्थित मवेशियों का हाट काफी मशहूर माना गया है।इस हाट मे सिर्फ गाय और भैस का ही हाट लगता है।दूर दराज से पशुपालको ने अपने गाय और भैस यहां बिक्री करने के लिए लाते है।और खरीदने वाले पशुपालको ने इस हाट से गाय,भैस खरीदकर दूसरे राज्य मे ले जाते है।यहां तक की दूसरे राज्यों के व्यापारी यहां पर भैस गाय खरीदकर ले जाते है-बंगाल, उत्तर प्रदेश, आसाम,के लोग रानीपोखर मवेशी हाट मे आते है।
बंगाल ले जाने वाले पशुपालक व्यापारी ट्रक से ले जाते है।यहाँ पर दुधारू जानवर ज्यादातर आते है।एक गाय का दुध लगभग20से30लीटर दुध वाले जानवर यहां आते है।जैसे लोकल पशुपालक व्यापारी छोटा गाड़ी से गाय ,भैस खरीदकर ले जाते है।यह हाट सप्ताह मे एक दिन यानि मंगलवार को लगता है।यह हाट का मालिक रविन्द्र राय हाजीपुर निवासी बताये गये है।इस हाट मे काफी संख्या मे जानवरो का व्यापार होता है।इस हाट से हाट मालिक को काफी मुनाफा होता है।
रानीपोखर मवेशी हाट मे लगभग5हजार मवेशी आते है।अच्छे अच्छे दुधारू गाय और भैस यहां खरीद-विक्री हूआ करता है।यहां पर एक भैस का कीमत लगभग70से 75हजार मे बिकता है।उसी अनुपात मे ज्यादा दुध वाले गाय का कीमत लगभग60से लेकर65हजार मे बिकता है।लोगो का यह भी मानना है कि गाय के दूध से ज्यादा भैस का दुध का रेट है।
भैस का दुध 60रूपये लीटर बिकता है और गाय का दुध35से40रूपये प्रति लीटर बिकता है।इसलिए भैस का कीमत ज्यादा होता है।भैस पालने मे आसान होता है लेकिन गाय पालने मे कठिनाई होता है।कारण कि भैस मोटा चारा भी खा लेता है परन्तु गाय मोटा चारा नही खाता है।और भैस के दुध मे क्रीम ज्यादा पाया जाता है।इसलिए भैस का दाम ज्यादा होता है।गाय बिना चोकड़ का खाना नही खाता है।भैस को कोई भी चारा फेक दीजिए वह भर पेट चारा खा लेता है।परन्तु गाय बिना चोकर चुन्नी का चारा नही खाता है।इस लिए दोनो मवेशियों मे अन्तर पाया जाता है।