Bihar news नक्सलबाड़ी आंदोलन की अंतिम कड़ी,भाकपा माले आंदोलन के वैचारिक स्रोत कॉमरेड बृज बिहारी पांडेय के निधन से पार्टी कतारें मर्माहत व स्तब्ध है: भाकपा माले
संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
भाकपा माले के दिवंगत महासचिव विनोद मिश्र के बचपन के साथी, आई आई टी दुर्गापुर कॉलेज के साथी, नक्सलबाड़ी आंदोलन की अंतिम कड़ी,भाकपा माले के वैचारिक, राजनीतिक पत्रिका जनमत और लोकयुद्ध के संपादक तथा भाकपा माले केन्द्रीय कंट्रोल कमीशन के चेयरमैन कॉमरेड बृज बिहारी पांडेय के निधन से पार्टी कतारें काफी मर्माहत और दुखी है। कॉमरेड बृज बिहारी पांडेय भाकपा माले आंदोलन के वैचारिक स्रोत थे। उनकी याद में पार्टी कार्यालयों पर झंडा झुका दिया गया है।
उक्त जानकारी भाकपा माले नेता सुनील कुमार राव ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कॉमरेड़ बृज बिहारी पांडेय अपने लेखों से फासीवाद, सांप्रदायिकता और सामंतवाद के खिलाफ संघर्षों में लोगों में प्रेरणा पैदा करते थे।1977 के दौर में जब नक्सलबाड़ी आंदोलन चंपारण जिले में तेजी से आगे बढ़ रहा था तो कॉमरेड बृज बिहारी पांडेय यहां के संघर्षरत साथियों को राजनीतिक, वैचारिक प्रेरणा देने आते थे।
आज जब देश पर सांप्रदायिक फासीवादी ताकतों का वर्चस्व बढ़ा है तब आपका अचानक चले जाना बहुत खलेगा। फासीवादी, सांप्रदायिकता और सामंतवाद विरोधी आंदोलन के ऐसे प्रेरणा स्रोत कॉमरेड बृज बिहारी पांडेय के निधन से कम्युनिस्ट आंदोलन के लिए बड़ी क्षति है।हम इस शोक को शक्ति में बदलने के लिए संकल्पित है।आप हमारे वैचारिक राजनीतिक प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। आपको विनम्र श्रद्धांजलि।