Bihar news कार का भाड़ा नहीं था पास में इसलिए ड्राइवर मुन्ना चौरसिया को मौत की नींद सुला दिया नाबालिग युवकों ने

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
बेतिया पुलिस जिला में लगभग 6 दिन पूर्व कालीबाग ओपी क्षेत्र के हनुमंत नगर के पानी टंकी के पास झाड़ी में छिपा हुआ अज्ञात शव मिला था जिसकी पहचान कार ड्राइवर मुन्ना चौरसिया पिता सीताराम चौरसिया सा. हरिवाटिका पोखरा थाना मुफ्फसिल के रूप में हुई थी। जिसको लेकर मुफ्फसिल थाना में कांड संख्या 757/22 दर्ज था। कांड दर्ज और हत्या के पश्चात शव मिलने के बाद पुलिस ने अपने अनुसंधान के द्वारा चार नाबालिग युवकों की पहचान करते हुए एक नाबालिग व गोपालगंज के एक शराब कारोबारी को घटना से संबंधित कार के साथ गिरफ्तार कर लिया है।जिसकी पुष्टी बेतिया पुलिस अधीक्षक उपेन्द्र नाथ वर्मा ने की है।
वर्तमान परिवेश में नाबालिग बच्चों के बढ़ते शौक और उनपर अभिभावकों की नजर अंदाजी उन्हें गलत रास्तों और अपराध की तरफ ले जा रहा है। ऐसे ही बच्चों के शौक का परिणाम के रूप में ड्राइवर मुन्ना चौरसिया की हत्या हुई। घटना की पड़ताल से पता लगा कि बेतिया के चार नाबालिग बच्चे नरकटियागंज अनुमंडल स्थित सीमावर्ती क्षेत्रों में घूमने के लिए एक मारूति स्वीफ्ट डिजायर कार जिसका रजिस्ट्रेशन नम्बर BR01-CG3952 को भाड़ा करते हैं और उससे दिनभर घूमते तथा मौज मस्ती करते हैं। घुमने के पश्चात वो जब बेतिया आते हैं तो कार ड्राइवर मुन्ना चौरसिया उनसे भाड़े की तय राशि 2500 रुपया मांगता है पर सवार बच्चों के पास सिर्फ 500 रूपया होता है और वो उसी को लेने को कहते हैं पर मुन्ना चौरसिया इंकार कर देता है। बच्चे कल पैसा देने की बात कहते हैं पर ड्राइवर मुन्ना उन्हें अपने पापा से कहलवाने की बात करता है। बेतिया आने के बाद घंटों उधेड़ बुन के पश्चात बच्चे उन्हें हनुमंत नगर पानी टंकी के पास मैदान में चलने की बात कहते हैं और जब सभी वहां पहुंचते हैं तो बच्चों के पास भाड़े की रकम नहीं होने के कारण उनकी शैतानी दिमाग ने अपराध के मार्ग पर चलने को मजबूर करते हुए अपराधी बना डाला। और चंद भाड़े की रकम में असमर्थ उन नाबालिग बच्चों ने मुन्ना चौरसिया के गमछे से ही गला घोंट कर मार डाला।
मारने के पश्चात उसको वहीं झाड़ियों में छिपाकर उसके मारूति स्वीफ्ट कार को लेकर रक्सौल भाग गए। जहाँ से उन लोगों ने कार को गोपालगंज के एक शराब कारोबारी गुफरान अली को बेच दिया। इधर मृतक के हाथ के कलाई पर बंधी घड़ी, पैर के अंगुली व पहने हुए कपड़ो से परिजनों ने मृतक की शिनाख्त की। वहीं परिजन शव मिलने के एक दिन पूर्व ही मुन्ना के गुमशुदगी का मामला मुफ्फसिल थाना में दर्ज कराया गया था। जो कि शव मिलने के पश्चात हत्या के कांड में परिवर्तित हो गया। उसके बाद वैज्ञानिक अनुसंधान व अन्य सूचना तंत्रों के सहयोग से बेतिया पुलिस ने गोपालगंज जिला के थावे थाना के मीरअलीपुर के इसरारूल हक के पुत्र गुफरान अली को मारूति स्वीफ्ट कार जिसे हत्यारे हत्या करने के बाद लेकर भागे थे के साथ गिरफ्तार कर लिया है। गुफरान अली एक शराब कारोबारी भी है और उसने शराब ढोने के लिए कार खरीदने की बात भी स्वीकार कर ली है। साथ ही पूर्व में शराब के मामलों में जेल भी जा चुका है और तीन गाड़ी शराब के साथ बरामद कर जप्त भी किया गया है। अन्य अपराधिक इतिहास को प्राप्त भी किया जा रहा है। हत्या में शामिल चार नाबालिग बच्चों में से एक नाबालिग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
छापेमारी टीम में मुफ्फसिल थानाध्यक्ष उग्रनाथ झा, तकनीकी शाखा प्रभारी अवर निरीक्षक राजीव कुमार, अवर निरीक्षक दुष्यंत कुमार, प्रशिक्षु अवर निरीक्षक अनुपम कुमार राय, राजीव कुमार शर्मा के साथ सिपाही बबलू कुमार, कमलेश कुमार, पिंटू कुमार व सुनिल कुमार शामिल रहें।