Bihar News-पहलेजाघाट स्टेशन का कोड भरपुरा पहलेजाघाट मिलते ही ग्रामीणों में खुशी की लहर

संवाददाता -राजेन्द्र कुमार
सारण /सोनपुर ।
स्वर्गीय वीरेंद्र प्रसाद वर्मा सहित भरपुरा वासियो का सपना हुआ सकार, भरपुरा पहलेजाघाट के नाम से मिलेगी टिकट
सोनपुर । पूर्व मध्य रेल के सोनपुर–पाटलिपुत्र रेल खण्ड के पहलेजा स्टेशन का नाम परिवर्तित करते हुए पूरी तरह से अब भरपुरा पहलेजाघाट कर दिया गया हैं। अब इसका नाम टिकट पर भी भरपुरा पहलेजा घाट के नाम से जल्द ही टिकट मिलना शुरू हो जाएगा। इसके लिए रेल मंत्रालय ने पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर, सोनपुर रेल मंडल, रेलवे विभाग महेंद्रु पटना सहित अन्य रेलवे विभाग कार्यालय को पत्र जारी कर दी है । टिकट का अल्फा कोड बीपीजीजे ( BPGJ ) के साथ 26 .2.24 को पत्र जारी किया गया है ।
ग्रामीणों की जन आंदोलन व लंबे संघर्ष के बाद उनका सपना साकार हुआ है । इस सपना के सरकार करने में पूर्व मुखिया स्व बिरेन्द्र प्रसाद वर्मा,कमाख्या नरायण सिंह,,सत्येन्द्र सिंह,प्रियनाथ सिंह,जगदीश सिंह ,नथुनी सिंह,विनय सिंह,पत्रकार संजीत कुमार ,गोविंद बल्लभ,समाजसेवी रंजीत सिंह ,अमरजीत सिंह,सत्यप्रकाश सिंह, संजय सिंह, नंदन सिंह ,सुनील सिंह ,संजय श्रीवास्तव,मनोज सिंह, सोनू सिंह सहित भरपुरा के सैकड़ो ग्रामीणों ने जनांदोलन करते हुए रेलवे विभाग से लिखित मांग की थी कि पहलेजाघाट स्टेशन का नाम भरपुरा जोड़ा जाए । इस संदर्भ में भारत सरकार द्वारा दिये गये अनापत्ति के आलोक में यह निर्णय हुआ है।स्थानीय नागरिकों की मांग को ध्यान में रखते हुए पूर्व के सारण डीएम ,सांसद रूढ़ि ,पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी,सचितानंद राय सहित अन्य मंत्री ,जनप्रतिनिधियों ने रेल मंत्री व हाजीपुर जोनल ,सोनपुर रेल मंडल को नाम जोड़ने की पहल की थी। इस निर्णय पर भरपुरा के ग्रामीणों ने इसके लिए रेल मंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को बधाई दी है।
बता दें कि सोनपुर– पाटलिपुत्र रेल खंड की पहलेजाघाट स्टेशन पर भरपुरा की जमीन अधिग्रहण करने के बाद रेलवे विभाग द्वारा स्टेशन का नाम पहलेजाघाट रखा था । जहां भरपुरा पंचायत की पूर्व मुखिया स्वर्गीय वीरेंद्र प्रसाद वर्मा सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने जन आंदोलन कर इस स्टेशन पर भरपुरा नाम जोड़ने के लेकर इस रेल मार्ग के उद्घाटन 3 फरवरी 2016 के दिन रेल चक्का जाम कर दिया था । इसके लेकर 4 घंटे तक गाड़ियों का आवागमन बाधित रहा । जहां उद्घाटन के लेकर स्थानीय एमएलसी सच्चिदानंद राय ,सुशील कुमार मोदी ,नंदकिशोर यादव सहित अन्य नेताओं ने जनांदोलन व रेल चक्का जाम को देखते हुए ट्रैन से उतरकर आश्वाशन दिया था कि इस स्टेशन का नाम भरपुरा अंकित किया जाएगा और उस दिन गाड़ी के परिचालन के बाद अगले दिन ही स्टेशन की नामपट्टिका पर भरपुरा पहलेजाघाट स्टेशन नाम लिखा गया था परंतु स्टेशन के नाम से जारी होने वाले टिकट पर अधुरा नाम ही लिखा जाता था। टिकट पर सिर्फ पहलेजाघाट अंकित था। जबकि स्टेशन पूरी तरह भरपूरा मौज में है तथा पहलेजा घाट यहां से काफी दूर है ।इससे यात्रियों की संशय की स्थिति बन जाती थी । ग्रामीणों की लम्वे संघर्ष और बार-बार रेल मंत्रालय और रेल विभाग सहित सारण सांसद और जनप्रतिनिधियों को इस स्टेशन के टिकट पर नाम भरपुरा जोड़ने की माँग पत्र के द्वारा करते रहे । जिसका परिणाम यह मिला कि 8 वर्षो के बाद ग्रामीणों की माँग और जनआंदोलन का नतीजा निकला कि अब स्टेशन का पूरा नाम भरपुरा पहलेजा घाट के नाम से टिकट मिलना शुरू हो जायेगा ।