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Bihar News-संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान महासभा के नेताओं ने जिले के विभिन्न चौक चौराहों पर झंडोत्तोलन के बाद आज़ादी मार्च निकाला

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार

वैशाली।हाजीपुर।आजादी, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने, कारपोरेट लुटेरों, संविधान, लोकतंत्र को कुचलने वाले, सांप्रदायिक, जातीय उन्माद भड़काकर देश को कमजोर करने वाले, भाजपा आरएसएस को सत्ता और समाजसे बेदखल करने, का संकल्प लिया, हाजीपुर सदर प्रखंड के बहुआरा बरूआ, से संयुक्त किसान मोर्चा के नेता और किसान महासभा के राज्य उपाध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद यादव, हरि नारायण सिंह, रामनाथ सिंह, ज्वाला कुमार के नेतृत्व में आजादी मार्च निकालकर अक्षयवटराय नगर रेलवे स्टेशन बाजार से अक्षयवट स्मारक पर पहुंचकर माल्यार्पण के बाद सभा की गई।

साहदुल्लाहपुर मैं झंडोत्तोलन के बाद किसान महासभा के जिला सचिव सरपंच गोपाल पासवान, मजिंदर शाह, संगीता देवी के नेतृत्व में मार्च निकालकर हाजीपुर गांधी चौक पहुंचकर सभा की गई, रामचौरा भाकपा माले कार्यालय पर झंडोत्तोलन के बाद खेग्रामस जिला संयोजक रामबाबू भगत, जितेंद्र पासवान, टिंकू यादव के नेतृत्व में मार्च निकालकर गांधी चौक पहुंचकर सभा किया गया, लालगंज प्रखंड के तीनपुलवा पर किसान नेता रामपारसभारती, प्रेम देवी, डॉक्टर बी सिंह, हरेंद्र राम के नेतृत्व में आज़ादी मार्च निकाला गया, राजापाकर प्रखंड के पंचई जगदीश बालेश्वर चौक से किसान महासभा के जिलाध्यक्ष सुमन कुमार, माले जिला सचिव योगेंद्र राय, महताब राय, रामचंद्र सहनी, के नेतृत्व में आज़ादी मार्च राजापाकरभुवनेश्वर चौक पहुंचकर सभा में बदल गया। Bihar News-संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान महासभा के नेताओं ने जिले के विभिन्न चौक चौराहों पर झंडोत्तोलन के बाद आज़ादी मार्च निकाला

आज़ादी मार्च के बादसभाओं को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि हमारे पुरखों ने अंग्रेजों के कंपनी राज को समाप्त करने के लिए अकूत कुर्बानियां दी है, उनके कुर्बानी के बल पर हमने आजादी पाई, लोकतंत्र और संविधान देशवासियों को मिला, परंतु जो आर एस एस राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन के दौर में अंग्रेजों के साथ था, उनके साम्राज्य को टिकाए रखने के लिए सांप्रदायिक नफरत का बीज बोकर हिंसाफैलाया, धार्मिक आधार पर राष्ट्र के निर्माण का प्रस्ताव लाकर देश को विभाजित करवाया, वही आरएसएस भाजपा फिर से देश के संसाधनों को यहां तक की खेती को भी कॉर्पोरेट घरानों के हाथों बेच रही है, फिर से हिंदू राष्ट्र की बात कर सांप्रदायिक नफरत का बीज बोकर देश की एकता अखंडता पर खतरा पैदा कर रहीहैं, ऐसी ताकतों को जो आजादी के आंदोलन के साथ गद्दारी करते रहे और आज फिर से देश में कंपनी राज स्थापित करना चाहते हैं, संविधान और लोकतंत्र को समाप्त करने की ओर बढ़ रहे हैं, उस भाजपा आरएसएस को समाज और देश की सत्ता से बेदखल करने का संकल्प लेना है, उसके खुनीविचारधारा को समाप्त करना है, इस बात का संकल्प हम सब आज ले रहे हैं,,

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