Bihar news 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर गांधी आश्रम भितिहारवा से प्रशांत किशोर ने किया जन सूरज पदयात्रा का आगाज

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर बापू की कर्मभूमि जिला पश्चिमी चंपारण के ऐतिहासिक भितिहारवा गांधी आश्रम से भारतीय राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर ने जन सुराज पदयात्रा का आगाज किया इस पदयात्रा में बड़े-बड़े गांधीवादी विचारक सहित हजारों लोग शामिल हुए जन सुराज पदयात्रा का उद्देश्य बिहार में व्यवस्था परिवर्तन करना है वर्ष 1917 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भितिहारवा गांधी आश्रम से ही अंग्रेजों की शासन से मुक्ति पाने के लिए आजादी की लड़ाई का बिगुल फूंका था और भारत आजाद हुआ था।
इतिहास गवाह है कि जब जब भितिहारवा गांधी आश्रम से किसी ने भी परिवर्तन का बिगुल फूंका है वह कार्य सफल हुआ है प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा को मिल रहे अपार समर्थन ऐसा लगता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में व्यवस्था परिवर्तन से कोई रोक नहीं सकता क्योंकि बिहार की जनता में वर्तमान सरकार एवं व्यवस्था के प्रति एक अजीब सी छटपटाहट देखी जा रही है जहां भ्रष्टाचार एवं अफसरशाही पूरी तरह से अपना पांव पसार चली है और इसमें मध्यमा और गरीब तबके के लोग पीछे जा रहे हैं देखना तो दूर उनका सुनने वाला तक कोई नहीं है करीब 2 माह पूर्व इस स्थिति को महसूस करते हुए राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले गांधीवादी विचारक प्रशांत किशोर ने अपनी चोटी को खोलते हुए व्यवस्था परिवर्तन के लिए प्रतिज्ञा लेकर प्रदेश के प्रत्येक जिले में 2 से 3 दिन का दौरा शुरू किया और मन टटोलना शुरू किया इस दौरान उन्हें सभी जिलों में अपार समर्थन मिला तथा लोग जन सुराज नामक संस्था से जुड़ने लगे पूरे बिहार का दौरा करने के बाद जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर भितिहारवा गांधी आश्रम से जन सुराज पदयात्रा का आगाज किया है जो बिहार के कोने कोने में भ्रमण करेगा और लोगों का समर्थन प्राप्त करेगा ताकि बिहार में व्यवस्था परिवर्तन किया जा सके।
पदयात्रा के पहले दिन शांत किशोर मात्र 10 किलोमीटर की यात्रा ही करेंगे इस बीच जगह जगह जन सुराज पदयात्रा के उद्देश्यों के संबंध में लोगों से वार्ता करेंगे तथा शाम में चौपाल भी लगाएंगे प्रशांत किशोर ने लिया संकल्प , जन सुराज ही एकमात्र विकल्प। इस मौके पर सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक आरके मिश्रा के अलावे कई सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस पदाधिकारी मौजूद रहे।