Bihar news मनरेगा घोटाले की जांच सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से कराओ- माले 09 अगस्त को भारत छोड़ो आन्दोलन दिवस पर बेतिया में होगा विशाल प्रर्दशन -सुनील कुमार राव

संवाददाता. मोहन सिंह बेतिया
भाकपा माले और बिहार राज्य मनरेगा मजदूर सभा बैरिया, पश्चिम चंपारण ने मनरेगा कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर मनरेगा में हुए घोटाले समेत अन्य मांगों को लेकर मांग पत्र सौंपा।
उक्त अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए किसान महासभा के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार राव ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा हाल में जारी एडवाइजरी ने यूनिवर्सल जॉब गारंटी के उसके मौलिक तत्व को ही खारिज़ कर दे रहा है। मांग आधारित काम पाना और काम नही मिलने पर बेरोजगारी भत्ता पाने का क्लेम करना, इस कानून का अहम पक्ष है। इसे टुकड़ों टुकड़ों में विभाजित कर अंततः कानून की हत्या कर देना इस सरकार की मंशा है। भाकपा माले और मनरेगा मजदूर सभा इसपर रोक लगाने की मांग करता है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक भारत छोड़ो आंदोलन दिवस 09 अगस्त को जिला मुख्यालय बेतिया में विशाल प्रर्दशन किया जाएगा। उन्होंने भारी संख्या में लोगों को चलने का आह्वान किया।माले नेता सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि बिहार में कैग रिपोर्ट में मनरेगा में लूट बड़े पैमाने पर उजागर हुआ है। 1प्रतिशत से भी कम मनरेगा मज़दूरों को 100 दिन काम मिला है। ऐसे में हमारी मांग है कि मनरेगा घोटाले की जांच सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से कराया जाए। माले नेता व मुखिया महासंघ बैरिया के अध्यक्ष नवीन कुमार ने कहा कि सरकार मनरेगा को समाप्त करने पर तुली है। मोदी सरकार ने चार श्रम कोड़ लाकर मजदूरों को गुलाम बनाने में लगी है।बारह घंटे काम करने के सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश है।
इसके खिलाफ ब्यापक आंदोलन की जरूरत है। जोखू चौधरी ने कहा कि कि मनरेगा के मजदूरों से बगही रतनपुर पंचायत में पेड़ लगवाया गया लेकिन वर्ष 2018 से मनरेगा मजदूरों के मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है। अखिलेश प्रसाद ने कहा तधवानंदपुर के बैरिया नाला में पिछले लॉकडाउन में दर्जनों लोगों ने मनरेगा में मजदूरी किया लेकिन आजतक उसके मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। कार्यक्रम में लाल बाबू पटेल, दरोगा महतो, बिनोद कुशवाहा,हमीद गद्दी,दिनानाथ महतो,रवी रंजन यादव,शेख हसनैन,ध्रुप महतो, जगदीश महतो, आशा राम,महेसी देवी,गोदावरी देवी आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान लोगों ने निम्नलिखित नारा लगाया-मनरेगा कानून को लेकर जारी एडवाइजरी वापस लो, मनरेगा कानून का मौलिक स्वरूप बहाल करो, 200 दिन काम और 600 रुपये दैनिक मज़दूरी की गारंटी करो,
मनरेगा घोटाले की जांच सर्वदलीय कमिटी से कराओ,सभी मज़दूरों को 100 दिन की मज़दूरी कोरोना भत्ता के रूप में दो,मनरेगा में काम कीउपलब्धता,मज़दूरी भुगतान और लूट पर लगाम लगाओं ।