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Bihar News किसानों ने धान खरीद की मांग को ले समाहरणालय पर किया प्रदर्शन

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया

बिहार राज्य किसान सभा के बैनर तले जिला पदाधिकारी पं चम्पारण के कार्यालय के मुख्य द्वार पर किसानों द्वारा धान रख कर धान खरीद नहीं होने पर नराजगी दर्शाया गया यह जिला कृषि प्रधान होने के साथ साथ धान उत्पादन करने वाला जिला है लेकिन अभी तक किसानों के धान खरीद शुरू नहीं होने से जहाँ एकतरफ किसान परेशान है वही किसानों के धान औने पौने भाव में खरीदने वालों का बल्ले बल्ले है, लगन रबी खेती का दिन है किसानों को रबी खेती के लिए खाद बीज खरीदने की जरूरत है लेकिन धान का सरकारी खरीद नहीं होने से किसान बिचौलियों को धान बेचने के लिए मजबूर है, धान बेच कर ही किसान महाजन का कर्ज चुकाते, बच्चे बच्चियों के स्कूल का फी भरते, जाड़े में ठंड से बचने के लिए गरम कपड़े की व्यवस्था करते लेकिन 2040 रुपये प्रति क्विंटल का धान 1400 से 1500 रुपये प्रति क्विंटल बेचने के लिए मजबूर है और जब किसानों का धान बिचौलिए खरीद कर गोदाम भर लेगे तो सरकारी खरीद शुरू हो जायेगा यह बड़ा खेल इस जिला में चल रहा है इस साल शुरू के दिनों में अच्छी बर्षा नहीं होने के कारण किसानों को महंगी खेती करनी पडीं और जब धान का पैदावार हुआ तो धान की खरीद ही शुरू नहीं हुआ चम्पारण के किसान खाद की कालाबाजारी से जूझते हुए महंगा खाद पानी खरीदने के लिए मजबूर होते हैं उसके बाद भी किसानों के धान खरीद के प्रति सरकार एवं प्रशासन की उदासीनता किसानों को चिढाने जैसा लगता।

Bihar News किसानों ने धान खरीद की मांग को ले समाहरणालय पर किया प्रदर्शन
बेतिया समाहरणालय गेट पर किसानों ने अपने हाथ में बेटी की शादी है धान खरीद शुरू करो, पत्नी बिमार है इलाज कराना है धान खरीद शुरू करो, बेटा बेटी के स्कूल का फी भरना है धान खरीद शुरू करो, बुढे माँ बाप बिमार है दवा खरीदना है धान खरीद शुरू करो का तख्ती लेकर आक्रोश व्यक्त किया
किसान नेता राधामोहन यादव एवं अशोक मिश्र ने संयुक्त रुप से बताया कि पं चम्पारण जिला में अरवा उसना चावल का बखेड़ा खड़ा कर पैक्सों का एग्रीमेंट मिलरों के साथ नहीं किया जा रहा है जिससे अभी तक धान की खरीद शुरू नहीं हो सका जबकि धडल्ले से बिचौलियों धान खरीद कर अपने गोदामों में संग्रह कर रहे हैं
किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रहे भाकपा जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति ने कहा कि अधिकारियों एवं बिना लाइसेंस किसानों का धान औने पौने भाव में खरीदने वालों के बीच एक गुप्त समझौता हैं जिसके कारण धान पैदा करने वाले किसानों को मजबूरन धान 1400 से 1500 रुपए क्विंटल बेचना पड़ रहा है और जब किसानों का धान बडे़ व्यपारियों के गोदाम में चला जायेगा तो फर्जी कागज तैयार कर इन व्यपारियों का धान 2040 के दर पर खरीदा जायेगा और इस खेल में शरीक लोगों के बीच मुनाफा का बटवारा होगा पं चम्पारण के किसानों के साथ इस खेलवाड के कारण किसानों की स्थिति खराब होती जा रही है, यदि किसानों के धान का खरीद शुरू नहीं हुआ तो किसानों के हक के लिए किसानों के समर्थन में भाकपा भी सडकों पर उतरने के लिए मजबूर होगी।

Bihar News किसानों ने धान खरीद की मांग को ले समाहरणालय पर किया प्रदर्शन
किसानों के इस विरोध कार्यक्रम में किसान बब्लू दूबे, धुव्रनाथ तिवारी, चन्द्रीका प्रसाद, योगेन्द्र शर्मा, संजय सिंह, तारकेश्वर सहनी, शिवजी राय, कैलाश दास, पिताम्बर शर्मा, लक्की, केदार चौधरी, सुबोध मुखिया, गिरजा शंकर ठाकुर, एन डी तिवारी, आदि किसान उपस्थित रहे

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