Agra News: उत्तर भारत की काशी बटेश्वर में उमड़ा आस्था का सैलाब
संवाद जनवाद टाइम्स न्यूज
बाह: श्रावण मास के पहले सोमवार को उत्तर भारत की काशी कहे जाने वाले बटेश्वर धाम में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य भगवान ब्रह्मलाल जी महाराज के दर्शन करने और पूजा अर्चना करने पहुंचे।लेकिन मुख्य मंदिर का गर्भ गृह बन्द होने के चलते देहरी पर ही माथा टेक कर अपनी मनोकामना की याचना की।आपको बता दें कि बटेश्वर को सभी तीर्थों का भांजा कहा जाता है।
आमतौर पर सावन के महीने में यहाँ सोमवार के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और हजारों की संख्या में श्रद्धालु कावण लाकर भगवान ब्रह्मलाल जी का गंगा जल से रुद्राभिषेक कर अपनी मनोकामना की याचना करते हैं।लेकिन इस बार कोरोना के चलते सरकार द्वारा कावण यात्रा स्थगित कर दी गयी जिसके बाद मंदिर ट्रस्ट द्वारा भी पवित्र धाम में कावण न चढ़ाने का आव्हान किया गया जिसके चलते तीर्थ धाम में कावणियों का प्रवेश वर्जित किया गया।
केवल श्रद्धालुओं को ही धाम में आने की अनुमति दी गयी।श्रद्धालुओं ने सुबह से ही बटेश्वर धाम में पहुंचना शरू कर दिया था जो कि शाम तक जारी था।तीर्थ स्थल पहुँचने वाले सभी मार्गों पर पुलिस की बेरिकेडिंग रहीं।घाटों पर पुलिस और पी ए सी के गोताखोर मौजूद रहे।लॉक डाउन के बाद पहली बार बटेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की चहल पहल देखने को मिली।भगवान ब्रह्मलाल जी महाराज के दर्शन और पूजन करने आये श्रद्धालुओं ने कालिंदी में स्नान कर पूजा अर्चना की।
मंदिर के पुजारी जय प्रकाश गोस्वामी ने बताया कि सरकार के कावण यात्रा को स्थगित करने के बाद मंदिर ट्रस्ट ने भी मंदिर के गर्भ गृह को बंद रखने का फैसला किया है ताकि धाम में अनावश्यक भीड़ न होने पाए हालांकि महामारी पर आस्था भारी पड़ रही है और श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए घंटों लाइन में लगकर दर्शन कर पा रहे हैं।गर्भ गृह बंद है श्रद्धालु देहरी पर ही पूजा अर्चना कर रहे हैं।तीर्थ स्थल पर श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गयीं हैं।जो किसी भी घटना पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।हालांकि अत्यधिक भीड़ होने के चलते जेबकतरे भी सक्रिय रहे।जेबकतरों ने पूजा करने के दौरान एक महिला के गले से सोने का मंगलसूत्र पार कर दिया लेकिन महिला ने जेबकतरे का हाथ पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।