Bihar News भू माफियाओं के इशारों पर नाचती बैरिया पुलिस, भूमि विवाद में स्वयं को ही मान रही है न्यायालय और दिखा रही है दबंगता

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
बेरिया पुलिस की दरिंदगी के शिकार बैरिया प्रखण्ड के मलाही बलुआ पंचायत मठिया सिरसिया वार्ड संख्या 8 निवासी अशोक पड़ित पिता स्वर्गीय दल्लू पड़ित से भाकपा प्रतिनिधि मंडल जीएमसीएच जाकर मिला तथा इस घटना की घोर निंदा करते हुए भाकपा नेताओं ने बहसी जमादार राजेश कुमार को अविलंब निलंबित करने की मांग की।
भाकपा प्रतिनिधि मंडल में जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति, जिला नेता बब्लू दूबे, चन्द्रिका प्रसाद, अंचल सचिव बैरिया ज्वाला कान्त दूबे, बेतिया नगर निगम सचिव संजय सिंह शामिल रहे।
पीड़ित अशोक पड़ित ने बताया कि उनके पड़ोस में किसी व्यक्ति से जमीन का विवाद था और दूसरे पक्ष से प्रभावित जमादार पुलिस बल के साथ वहाँ गया और बिना कुछ जाने समझे अशोक पड़ित को मारने पीटने व गाली गलौज करने लगा। जब पीड़िता की पत्नी आई तो उसे भी गाली गलौज कर भगा दिया तथा अशोक पड़ित को गाड़ी में बैठा कर रास्ते में पीटते थाना लाया और थाना पर भी उसकी पिटाई की गई। बाद में 12 हजार रूपया लेकर पी आर बांड पर अशोक की पत्नी और परिवार वाले थाना से छोडा़ कर लेकर घर गए, जहाँ अशोक भीतर मार के कारण बेहोश हो गया। घर वालो ने आनन फानन में बेतिया जीएमसीएच लाए, जहाँ अशोक का इलाज चल रहा है। घटना 6 सितम्बर की है, लेकिन जीएमसीएच में पीड़ित अशोक का व्यान भी पुलिस नहीं ली। अशोक ने बताया कि जमादार एवं साथ में गए पुलिसकर्मियों ने भी अशोक के पत्नी के साथ बदसलूकी किया।
भाकपा जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति ने कहा कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो गरीब आदमी को न्याय कैसे मिलेगा तथा महिलाओं का इज्जत आबरू कैसे बचेगा, बैरिया थाना दलालों का अड्डा बन गया है तथा गरीब आदमी को न्याय देने उसकी बात सुनने के बजाए इस तरह की घटनाओं को पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। 14 सितम्बर को पार्टी बैरिया प्रखण्ड सह अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन कर बहसी जमादार को निलंबित करने की मांग करेगी और इस घटना के दोषी जमादार को निलंबित नहीं किया गया तो पार्टी बैरिया पुलिस के भ्रष्टाचार को लेकर आगे भी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इस घटना की घोर निंदा करते हुए पुलिस अधीक्षक बेतिया से इस जमादार को निलंबित करने की मांग करती है।
बताते चले कि बैरिया थाना में पिछले कुछ समय से पुलिस अभिरक्षा, गिरफ्तार और पकड़े जाने वालों के साथ अमानवीय व्यवहार, मारपीट और मानसिक प्रताड़ना जारी हो रखा है। कुछ दिन पूर्व बैरिया पुलिस अभिरक्षा में कथित दुर्व्यवहार के कारण उत्तर प्रदेश का एक व्यक्ति शौचालय में जाकर छिटकली से स्वयं को जख्मी कर लिया था। जिसका आनन फानन में जीएमसीएच में इलाज कराया गया। सूत्रों के अनुसार बताया जाता है ऐसे कई मामले भूमि विवाद को लेकर भी आ चुके हैं, जिसमें बैरिया पुलिस के द्वारा एक पक्षीय कार्यवाई की गई और एक पक्ष के साथ मानवाधिकार का हनन कर उसे प्रताड़ित भी किया गया। साथ ही बैरिया थाना भू माफियाओं के साथ मिलकर ना सिर्फ काम कर रही है ब्लकि उनके इशारे पर भूमि कब्जा भी करवाने में अपनी अव्लता बनाए हुए है, जो कि वरीय अधिकारियों के लिए उच्च स्तरीय जांच का विषय है।