Bihar news : अगस्त क्रांति दिवस पर कॉरपोरेट भारत छोड़ो, मोदी गद्दी छोडो़ं नारा के साथ किसान महासभा- खेग्रामस ने किया विरोध मार्च

अंग्रेजों भारत छोडो़ आंदोलन में शहीद हुए क्रांतिकारियों को शहीद पार्क में जुट दिया श्रधांजलि
संवाददाता : मोहन सिंह बेतिया
9अगस्त क्रांति दिवस पर बेतिया में अखिल भारतीय किसान महासभा व खेत व ग्रामीण मजदूर सभा, निर्माण मजदूर सभा, ऐक्टू ने कॉरपोरेट भारत छोड़ो, मोदी गद्दी छोडो़ दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर खेत-खेती किसान बचाओ -कॉरपोरेट लूट से देश बचाओ, किसान विरोधी कृषि कानून वापस लो, मजदूर विरोधी श्रम कानूनों को वापस लो, रेल, बैंक व सार्वजनिक संसाधनों का निजीकरण बंद करो, लोकतंत्र पर हमला बंद करो जैसे नारे लगाते रहें, सभी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले शहीद पार्क में जुटे और श्रधांजलि देने के बाद शहर में जुलूस निकाल कर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में किसान महासभा, खेत व ग्रामीण मजदूर सभा, निर्माण मजदूर सभा, ऐक्टू सहित दर्जनों किसान व मजदूर संगठन भाग लिया।
अखिल भारतीय किसान महासभा जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार किसान-मजदूर व लोकतंत्र विरोधी कॉरपोरेट सरकार बन गई है। महीनों से काले कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का ऐतिहासिक आंदोलन जारी है। आंदोलन के दौरान 600 से अधिक किसानों की जान चली गई है। लेकिन मोदी सरकार बेपरवाह देश पर कॉरपोरेट राज थोपने में जुटी है। लोकतांत्रिक व संवैधानिक अधिकारों पर हमला करने में लगी है। इसलिए समय आ गया है कि अंग्रेजी राज के खिलाफ 9अगस्त 1942 को ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ आंदोलन की तरह आज 9 अगस्त 2021 को ‘कॉरपोरेट भारत छोड़ो’, मोदी सरकार गद्दी छोडो़ आंदोलन तेज किया जाए।
किसान महासभा जिला सचिव इन्द्रदेव कुशवाहा और खेग्रामस जिला अध्यक्ष संजय राम ने कहा कि मोदी सरकार हो या बिहार में नीतीश सरकार पिछले सात सालों से गन्ना का मूल्य में वृद्धि नहीं किया जा रहा है, जिसका फायदा गन्ना बहुल इलाका होने के कारण चीनी मिलों के मालिकों ने उठाया है।, इस साल समय पुर्व अत्याधिक बारिश के कारण सिकटा, चनपटिया,मझौलिया,बगहा आदि के अधिकांश गावों और पंचायतों में धान की रोपनी नहीं हुआ है, हजारों घरों में पानी घुस गया था,मगर सरकार एक भी परिवार को कोई मुआवजा नहीं दिया है,मुख्यमंत्री द्वारा हवाई सर्वेक्षण किया जा रहा है, जबकि धरातल पर सर्वेक्षण करने की जरूरत है,
किसान महासभा के जिला नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सभी परिवार को 10000 रूपया, गन्ना किसानों को प्रति एकड़ 40000 रूपया और सब्जी उत्पादकों को प्रति कहा 10000 रूपया मुआवजा देने की मांग किया
ऐक्टू सह निर्माण मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर प्रसाद ने कहा कि मजदूर विरोधी चार श्रम कोड व निजीकरण के खिलाफ श्रमिकों व कर्मचारियों का भी आंदोलन जारी है। इस बीच कोरोना महामारी से तबाही के साथ आमलोग महंगाई की मार से त्रस्त हैं। बेरोजगारी चरम पर है। इन्होंने सभी निर्माण मजदूरों को 10000 रूपया बेरोजगारी भत्ता देने की मांग किया,
इस मौके पर किसान नेता धर्म कुशवाहा, विनोद कुशवाहा, जोखू चौधरी, खेदन दास, रामबाबू महतों, मुखतार मियां, लालजी यादव, नन्दकिशोर महतों, नविन कुमार ( मुखिया बैरिया) रिखी साह आदि नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया.