Delhi Police Protest : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस का विरोध-प्रदर्शन
संवाददाता अरविंद सागर दिल्ली : आज नई दिल्ली 5 नवम्बर 2019 को दिल्ली पुलिस का वकीलों के खिलाफ पुलिस मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन इतिहास मे पहली बार रोड जाम भी किया , जिसमें पुलिस अधिकारी एवं युवा पुलिस के जवानों व महिलाओं की काफी भीड़ हजारों की। संख्या लोग इक्कठे हुए और पुलिस जवानों अपनी मांगे रखते हुए कहा कि जिन पुलिस बालों सस्पेंशन किया उनको वापस लो । परेशानी को समझा जाये बरना हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा । राजधानी दिल्ली मे आज पुलिस के जवान ही डरे हुए दिखाई दिए | दिल्ली में कानून के रक्षक और कानून की दलीलें देने वाले आमने-सामने हैं | जिनके कंधों पर खुद ही प्रदर्शन और सुरक्षा काे रोकने का जिम्मा हो वही आज सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं | सड़क पर प्रदर्शन करने वाले कोई और नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस खुद ही है | देश में 72 वर्षों में पहली बार पुलिस वाले सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं | शनिवार को दिल्ली की अदालत में वकीलों और पुलिस वालों के बीच हुई ।भिड़ंत के बाद मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस का गुस्सा फूट पड़ा | सैकड़ों की संख्या में पुलिस के जवानों ने वकीलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया | दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट के बाहर पुलिस और वकीलों के बीच हुई भिड़ंत का मामला बढ़ता जा रहा है | मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर भारी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान इकट्ठा हुए | जवान अपने हाथ में काली पट्टी बांधकर पहुंचे हैं और वकीलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे | पुलिस जवानों की मांग है कि वकीलों के खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए, उन्हें लगातार डर बना हुआ कि शहर में कहीं पर भी उन पर हमला हो सकता है ।
वकीलों के डर की वजह दिल्ली पुलिस नहीं पहन रही है वर्दी ।प्रदर्शन कर रहे पुलिस जवान का कहना है कि हमें वर्दी पहनने में डर लग रहा है | क्योंकि वर्दी देखते ही वकील पुलिस को पीट रहे हैं | जवानों का कहना है
कि हम सिर्फ ये बताना चाहते हैं कि पुलिसवालों के साथ भी सही तरह से व्यवहार होना चाहिए और कानून के मुताबिक समान रूप से सजा मिलनी चाहिए | पुलिस वालों का कहना है कि पिछले तीन
दिनों से वकील लगातार पुलिस और आम लोगों के खिलाफ गलत बर्ताव कर रहे हैं और सीनियर कुछ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं |
पुलिस के विरोध में वकील आज भी हैं हड़ताल परपुलिस की भिड़ंत के बाद दिल्ली की सभी जिला अदालतों में आज भी वकील हड़ताल पर हैं | किसी भी कोर्ट में जज के सामने वकील न तो खुद पेश हो रहे हैं और न ही मुवक्किल को कोर्ट परिसर के अंदर जाने दिया जा रहा है | वकीलों की मांग है कि तीस
हजारी कोर्ट में हमला करने वाले पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए | हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट में इस हड़ताल का कोई असर नहीं है | हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में और दिनों की तरह कोर्ट में मामलों की सुनवाई चल रही है |दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच जारी जंग के बीच कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है | कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को ट्वीट किया और लिखा कि 72 साल में पहली बार पुलिस प्रदर्शन पर है | क्या ये है भाजपा का का न्यू इंडिया? देश को बीजेपी कहां ले जाएगी | कहां गुम है गृहमंत्री अमित शाह, मोदी है तो मुमकिन है | वकील और दिल्ली पुलिस में यहां से हुई थी शुरुआत ।।पुलिस कमिश्नर अमूल पटनायक पुलिस जवानों को संबोधित किया ।तीस हजारी कोर्ट में एक मामूली बात पर पुलिस और वकीलों के बीच भिड़ंत हो गई, बाद में वकीलों ने आगजनी की और पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी | बस इसी वजह से ये विवाद बढ़ता चला गया जो कि एक कोर्ट से दूसरी कोर्ट और एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंच गया | तीस हजारी कोर्ट में एक वकील की गाड़ी पार्किंग को लेकर शुरू हुआ विवाद, पहले गिरफ्तारी, फिर हिंसक झड़प और बाद में सड़क पर खुली लड़ाई तक पहुंच गया | भिड़ंत के बीच दिल्ली पुलिस की ओर से फायरिंग भी की गई | दो वकील घायल हो गए थे | जिसके बाद वकील ज्यादा भड़क गए और पुलिस जीप और वहां मौजूद कई वाहनों में आग लगा दी थी। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 5 नवंबर 2019 इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है, क्योंकि पहली बार प्रदर्शन आंदोलन से आम जनता की सुरक्षा करने वाले सेन अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा।