Etawah News: हिन्दू परंपरानुसार गौ माता का नम आंखों से किया अंतिम संस्कार

संवाददाता: मनोज कुमार
जसवंतनगर/इटावा: 18 साल से गांव में रहने वाली गौ माता के आकस्मिक निधन से नगला नरिया गांव शोक में डूब गया। ग्राम वासियों ने मिलकर नम आंखों से हिंदू परंपरानुसार गौ माता का अंतिम संस्कार किया।
कहा जाता है कि कुछ रिश्ते खून से बढ़कर होते हैं और मां तो आखिर मां होती है और मां का स्वरूप गाय में देखने वाले नगला नरिया गांव के लोगों में अचानक उस समय शोक की लहर फैल गई जब उन्हें पता चला कि गांव में रहने वाली गौ माता का निधन हो गया है। ग्रामीणों के मुताबिक लगभग 18 वर्षों से यह गाय गांव में ही रहती थी और सुबह शाम घर घर जाकर अपना पेट भरती थी। गांव के बच्चों महिलाओं का लगाव गौमाता से बहुत अधिक हो गया था इस कारण ही गौ माता के निधन पर गांव भर की महिलाएं इकट्ठा हुईं और कई महिलाओं ने अपने अपने घर से 50 से अधिक साड़ियां लाकर गौ माता के मृत शरीर पर ओढ़ाईं। लगभग दस हजार रुपए का चढ़ावा भी चढ़ाया गया और चरण स्पर्श के साथ अंतिम दर्शन कर फूल मालाएं अर्पित करते हुए गौ माता का हिन्दू परंपरानुसार अंतिम संस्कार किया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि बीते दिवस गौ माता फतेह सिंह यादव के दरवाजे के पास बनी नाली में अचानक पैर फिसल जाने से गंभीर रूप से घायल हो गई थी सूचना पर पशुपालन विभाग के चिकित्सक पहुंचे और उपचार भी जारी था किंतु सुबह तड़के 6 बजे के करीब गौ माता का अचानक निधन हो गया। कुछ ग्रामवासी इस गौ माता को अपने ईश्वर के रूप में पूजन करते थे। व्रत रखने वाली महिलाएं भी गौ माता का पूजन करते हुए उसे भोजन कराती थीं। कुछ लोग अपनी मनौतियां भी इसी गौमाता से मांगते थे। अब 300 परिवार वाले इस गांव में गहरा शोक छाया हुआ है।
गौ माता के अंतिम संस्कार में पूर्व प्रधान सुखबीर सिंह यादव, प्रधान महंत सिंह के अलावा संतोष बाबा, मोहित यादव, बबलू यादव, प्रदीप यादव, छोटे लाल, राकेश, सत्यवीर, अचंभे लाल, लाखन सिंह, करू इत्यादि लोग प्रमुख रूप से शामिल रहे। इस दौरान कुछ बच्चों व महिलाओं को सुबगते हुए देखा गया।