बटेश्वर धाम आगरा में कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर उमड़ा जनसैलाब, व्यवस्था में प्रशासन के छूटे पसीने, लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने किया यमुना में स्नान
संवाददाता रनवीर सिंह: बटेश्वर आगरा उत्तर प्रदेश कार्तिक पूर्णमा के पावन पर्व पर तीर्थ बटेश्वर में मंगलवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा लाखों लोगों ने मोक्ष दायनी यमुना में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना कर मंदिरों में मत्था टेका।घण्टो की घन घना
हट एंव जय भोले के जयकारों से तीर्थ गूंजता रहा। धूप बत्ती बेल चढा कर शिव का जल अभिषेक किया गया। सोमबार मध्यरात्रि के बाद करीब दो बजे मंदिर पट खुलते ही भीड़ का रेला उमड़ पड़ा भीड़ को काबू
करने में पुलिस के पसीने छूट गए ।लाखो श्रद्धालुओं नेमोक्षदायनी यमुना में डुबकी लगाकर विधि विधान से पूजा अर्चना कर ब्रह्मबलाल मंदिर में मत्था टेक मनोनीत मांगी गई और गोरी शंकर मंदिर में महिलाओं ने श्रगार सामग्री चढा कर सुख शांति की मनोनीत माँगी।वहीँ मंदिरों में विजली की सजावट देख श्रधालु अपलक निहारते रहे सुरक्षा के चलते पीएसी गोताखोर यमुना में गश्त करते रहे । मंदिर के मुख्य पुजारी जय
प्रकाश गोस्वामी ने बताया तीर्थ बटेश्वर सभी तीर्थों का भांजा है। कार्तिक पूर्णा पर यमुना में डुबकी लगाने से विशेष पुण्य लाभ मिलता है। बटेश्वर मंगल वार कार्तिक पूर्णमा को बाबा
महामंडलेश्वर बालक दास की अगुयाई में दूसरा शाही स्नान किया। सूर्य देव के उत्तरायण होने पर मोक्ष दायनी यमुना में महादेव घाट पर साध्य साधक।
अदभुत नागा सन्तों का संगम हुआ दूसरा शाही स्नान पर अखाड़ों में अनुशासन परम्परा और समर्पण नजर आया। जनता जनार्दन को अखाड़ो के भव्यता के साथ संस्कार व संक्रांति का दर्शन हुए अखाड़ों के
अनुसाशन बनाने के लिए हर अखाड़े के महात्माओं ने सर्व प्रथम अपने आराध्य को को डुबकी मोक्ष दायनी यमुना में लगवाई ओर अपने अस्त्र शस्त्र को डुबकी लगाकर स्नान कराया , फिर खुद स्नान किया।
महामंडलेश्वर बालक दास के साथ नागा सन्यासियों के साथ श्रदालुओ का हुजूम । नागा सन्यासी अजब गजब करतब दिखाते हुए महादेब घाट तक पहुंचे हर हर महादेव का युद्ध घोष करते हुए नागा सन्यासी एंव
भगवा वस्त्र धारी महात्मा 101 मंदिरों के यमुना तट पर पहुंचे उनके दर्शन को खड़े नर नारी और बच्चे आस्था में सराबोर हो गये। दिगम्बर अखाड़े के मुख्य संरक्षक महामण्डलेश्वर ने सभी महात्माओं को स्नान करवाने के बाद स्वंयम डुबकी लगाई पुलिस ने सुरक्षा
के चलते चार पुलिस घुड़सवार सन्तों के आगे पीछे चल रहे और स्वयं मेला प्रभारी अपने सभी फोर्स के साथ स्वयं साथ चल रहे थे बाबा महामंडकेश्वर बालक दास ने बताया कि तीर्थ बटेश्वर को हर हाल में पांचवे महा कुम्भ का दर्जा दिलाकर रहेंगें। उनके साथ चल रहे सन्त राधे श्याम ,निर्मल गिरी सियाराम दास मुकुंद श्री रामदास महाराज, हरिदास रघुनन्द फक्कड दास श्याम लाल महाराजा रामु बाबा, ब्रह्मानन्द सरस्वती।, बच्चा बाबा, हरिचरन दास सहित सन्त रहे।