
संवाददाता : राजेन्द्र कुमार
राजापाकर / वैशाली l प्रखंड क्षेत्र के सभी विद्यालयों में महीने के अंतिम शनिवार को ‘खेलो और सीखो’ विषय पर शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के महिला एवं पुरुष अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
पीएम श्री राजकीय मध्य विद्यालय राजापाकर में संगोष्ठी
प्रधानाध्यापक प्रभात कुमार चौधरी ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के शैक्षणिक विकास में विद्यालय के साथ-साथ माता-पिता का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है।
उन्होंने कहा कि केवल विद्यालय में पढ़ाई से बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। अभिभावकों को चाहिए कि—
बच्चों को प्रतिदिन समय से विद्यालय भेजें।
साफ-सुथरे कपड़े एवं ड्रेस में विद्यालय भेजने पर ध्यान दें।
बच्चों को खेलकूद में भी प्रोत्साहित करें ताकि उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास हो सके।
विद्यालय से लौटने के बाद प्रतिदिन कम से कम 2 घंटे खेलों और फिर 2 घंटे पढ़ाई के लिए समय निर्धारित करें।
खेल और शिक्षा का संतुलन
प्रधानाध्यापक ने कहा कि बच्चे खेलों के क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन कर देश-विदेश में नाम रोशन कर सकते हैं। इसलिए पढ़ाई के साथ खेलों पर भी विशेष ध्यान देना जरूरी है।
संगोष्ठी में अभिभावकों को खेलों के महत्व से अवगत कराया गया और विद्यालय में उपलब्ध विभिन्न खेल सामग्री की जानकारी भी दी गई।
उद्देश्य
इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य विद्यालय और अभिभावकों के बीच आपसी समन्वय को मजबूत करना और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक साझा रणनीति तैयार करना था।