रफाल लड़ाकू विमान ने छुआ भारतीय सरजमीं को, रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट से दी जानकारी

रफाल लड़ाकू विमान ने छुआ भारतीय सरजमीं को, रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट से दी जानकारी
मनोज कुमार राजौरिया । कई उतार चढ़ावों, वाद-विवादों के बाद आख़िरकार भारत और फ्रांस के बीच रफ़ाल विमानों का सौदा अपने अंजाम तक पहुँचा और अब पाँच रफ़ाल विमान भारत पहुँच गए हैं.
ये विमान फ्रांस से 27 जुलाई को ही चल दिए थे, लेकिन दुबई में रुकने में बाद ये बुधवार को भारत पहुँचे. भारत की सेना ने अपने आपात अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए इन उन्नत लड़ाकू विमानों के लिए हैमर मिसाइलों की ख़रीद को भी मंज़ूरी दी है.
भारतीय हवाई सीमा में इन विमानों के प्रवेश करने के बाद रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रफ़ाल के आने पर भारतीय वायुसेना को बधाई दी है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि वायु सेना की क्षमता बिल्कुल सही वक़्त पर बढ़ाई गई है. उन्होंने इसके लिए ख़ुशी ज़ाहिर की.
◆ राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, ”रफ़ाल विमान और हथियारों की वक़्त पर डिलिवरी के लिए वो फ़्रांस की सरकार और डसॉ एविएशन को धन्यवाद देते हैं. फ़्रांस ने महामारी के वक़्त में भी देरी नहीं की.’‘
◆ राजनाथ सिंह ने अपने अगले ट्वीट में कहा, ‘‘रफ़ाल की ख़रीदारी इसलिए हो पाई क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही फ़ैसला लिया. ये एयरक्राफ़्ट प्रदर्शन में माकूल हैं और इनके हथियार भी अचूक. इनके रडार, सेंसर्स और इलेक्ट्रॉनिक युद्धक क्षमता दुनिया भर में सबसे बेहतरीन हैं. रफ़ाल के आने से भारतीय वायु सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहेगी. जो हमारी क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देने की मंशा रखते हैं उन्हें भारतीय वायुसेना की इस नई क्षमता को लेकर चिंतित होना चाहिए.”
◆ भारतीय वायु सेना ने भी ट्वीट पर रफ़ाल विमानों का स्वागत
भारत और चीन के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव और बदलते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में भारत के लिए ये विमान बेहद अहम हैं.
ये भारतीय वायुसेना की क्षमता को एकदम से बढ़ा देंगे. अब तक लड़ाकू विमानों के लिए रूस पर निर्भर रहे भारत में अब ये नए दौर के यूरोपीय विमान अपने सथ नई तकनीक भी लाएंगे.
◆ हैमर मिसाइल का भी हुआ सौदा
अंबाला पहुँचे रफ़ाल विमानों के लिए भारत 60-70 किलोमीटर की दूरी तक सटीक मार करने वाली हैमर मिसाइल भी ख़रीद रहा है. हैमर मिसाइल तैयार करने वाली कंपनी साफ़्रान इलेक्ट्रॉनिक एंड डिफ़ेंस के मुताबिक़ ‘हैमर मिसाइल दूर से ही आसानी से इस्तेमाल की जा सकती है.’ हवा-से-धरती पर मार कर सकने वाली इस मिसाइल का निशाना बहुत सटीक बताया जाता है.
ढाई सौ किलो वज़न से शुरू होने वाली हैमर मिसाइल राफ़ेल के अलावा मिराज लड़ाकू विमानों में भी फ़िट हो सकती है. हैमर मिसाइलें पहाड़ी इलाक़ों में बनाए गए बंकरों पर भी कारगर होती हैं. कंपनी का दावा है कि ‘ये सिस्टम बहुत आसानी से तालमेल बैठा सकता है, ये गाइडेंस किट के सहारे निशाने हिट करता है और कभी जाम नहीं होता. मिसाइल के आगे लगे गाइडेंस किट में जीपीएस, इंफ्रारेड और लेसर जैसी चीज़े फिट होती हैं.
जो लड़ाकू रफ़ाल विमान भारत ने फ़्रांस से लिये हैं, उनमें पहले से ही हवा से हवा में मार करने वाले ‘मेटियोर’ यानी लंबी दूरी वाली मिसाइलें लगी होती हैं, जो भारतीय वायुसेना की क्षमता को पड़ोसी मुल्कों की तुलना में कई गुना बढ़ा देंगे.