Breaking Newsउतरप्रदेशप्रयागराज

Praygraj News:अभिलेख और अभिलेखागार ही शोध की प्रामाणिकता को करते है सिद्ध

रिपोर्ट विजय कुमार

दिनांक 13 जून, 2025 को ‘अभिलेख/पाण्डुलिपि अभिरूचि विषयक छह दिवसीय कार्यशाला‘ कार्यकम आयोजन के पांचवे दिन क्षेत्रीय अभिलेखागार(संस्कृति विभाग), प्रयागराज द्वारा केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय परिसर मेडिकल चौराहा में कार्यशाला कार्यक्रम आयोजित की गई।Praygraj News:अभिलेख और अभिलेखागार ही शोध की प्रामाणिकता को करते है सिद्ध

मुख्य वक्ता डॉ0 रेफाक अहमद सहायक प्राध्यापक ईश्वर शरण डिग्री कालेज, प्रयागराज ने अपने सम्बोधन में बताया कि अभिलेख और अभिलेखागार ही शोध की प्रामाणिकता को सिद्ध करते है। बिना मूल अभिलेख के शोध कार्य पूर्ण नहीं माना जाता है। शोध छात्रों को अभिलेखागार और पुस्तकालय के मूल दस्तावेजों का गहन अध्ययन और शोध की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया।

डॉ शाकिरा तलत, प्राविधिक सहायक(फारसी) ने फारसी पाण्डुलिपियां/अभिलेखों में शोध का महत्व विषय पर चर्चा की।

श्री शैलेन्द्र यादव प्राविधिक सहायक(परिरक्षण) उ0प्र0 राजकीय अभिलेखागार, लखनऊ द्वारा अभिलेख संरक्षण में अभिलेख मरम्मत की विधियां जैसे फूल पेस्टिंग, टीशू रिपेयर, सिफान रिपेयर इत्यादि के बारे उपस्थित प्रतिभागियों को समझाया।

प्रतिभागियों द्वारा क्षेत्रीय अभिलेखागार का भ्रमण भी किया गया, प्राविधिक सहायक श्री राकेश कुमार वर्मा ने समस्त प्रतिभागियों को अभिलेखों का वर्गीकरण तथा सूचीकरण की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की l

कार्यशाला में लगभग 70 से अधिक विभिन्न विश्व विद्यालयों के छात्र/छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का संचालन श्री हरिश्चन्द्र दुबे प्राविधिक सहायक(संस्कृत) द्वारा किया गया। अतिथियों का स्वागत और आभार श्री राकेश कुमार वर्मा प्राविधिक सहायक(इतिहास) द्वारा किया गया। श्री गुलाम सरवर प्रभारी क्षेत्रीय अभिलेखागार, प्रयागराज द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।Praygraj News:अभिलेख और अभिलेखागार ही शोध की प्रामाणिकता को करते है सिद्ध

इस अवसर पर श्री राम आसरे सरोज पुस्तकालयाध्यक्ष केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय, डॉ शाकिरा तलत, प्राविधिक सहायक, रूसी श्रीवास्तव ज्येष्ठ प्राविधिक सहायक, वेदानन्द विश्वकर्मा, शुभम कुमार सहित विभिन्न विश्व विद्यालयों के छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।

Related Articles

Back to top button
जनवाद टाइम्स